अफगानिस्तान में अमेरिका के विशेष राजदूत ज़लमय खलीलजाद ने अमेरिकी-तालिबान शान्ति समझौते के जानकारी को अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी के साथ साझा की है। तालिबानी समूह के साथ एक साल से भी अधिक समय से समझौते कपर बातचीत जारी है।
राष्ट्रपति के प्रवक्ता सादिक सिद्दीकी ने कहा कि “क़तर से वापसी के बाद शाम को आयोजित बैठक में खलीलजाद ने मसौदा सम्जहुते की जानकारी को साझा किया था। अमेरिका और तालिबान के बीच बीते सप्ताहांत में शान्ति प्रस्ताव पर नौवे चरण की वार्ता वार्ता हुई थी।”
यह वार्ता अफगानी सरजमीं से हजारो सैनिको की वापसी पर केन्द्रित थी और इसके बदले तालिबान ने अफगानी सरजमीं पर आतंकवादी समूहों को पनाह न देने का संकल्प लिया है। सोमवार की प्रेस कांफ्रेंस के बाद राष्ट्रपति के सलाहकार वागीद ओमार ने पुष्टि की कि खलीलजाद ने राष्ट्रपति गनी और प्रमुख कार्यकारी अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह के साथ बातचीत की थी।
उन्होंने ट्वीटर पर पोस्ट किया कि “खलीलजाद ने तालिबान और अमेरिका बीच हुए मसौदे समझौते को दिखाया था। .हम इन दस्तावेजो को देखेंगे और राजदूत खलीलजाद और उनकी टीम से वार्ता जारी रखेंगे।” तालिबान ने रविवार को पुल ए खुमरी में हमला किया था।
टोलो न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में राजदूत ने कहा कि “अगर तालिबान मसौदे समजौते की शर्तो पर खारा उतरता है तो अफगानिस्तान में पांच ठिकानों से 135 दिनों में 5000 सैनिको की वापसी की जाएगी।”
तालिबान के प्रवक्ता सुहैल शाहीन ने कहा कि “इस चरम में हमें प्रगति की है तो हम शेष बिन्दुओं को अन्तिक रूप दे रहे हैं। जैसे ही शेष बिन्दुओं को अंतिम रूप दे दिया जायेगा, इस समझौते का खुलासा कर दिया जायेगा।” अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि ज़ल्माय खलीलज़ाद ने तालिबान पर काबुल सरकार के साथ प्रत्यक्ष बातचीत करने और क्षेत्र में संघर्ष विराम को बरक़रार रखने के लिए रजामंदी जाहिर करने के लिए दबाव बना रहे हैं।