Sat. Nov 23rd, 2024
    शाह महमूद कुरैशी

    पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने शुक्रवार को अपने दक्षिण कोरियाई समकक्षी कांग क्युंग वहा को कश्मीर की स्थिति से अवगत करने के लिए फ़ोन लगाया है। जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा हटाने के बाद इस्लामाबाद इस मामले का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने में जुटा हुआ है।

    फ़ोन पर वार्ता के दौरान दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री ने कहा कि “इस मामले पर उनके मुल्क क्षेत्र में गतिविधियों पर नजर रख रहा है। भारत सरकार द्वारा जम्‍मू कश्‍मीर के विशेष दर्जे को समाप्‍त कर वहां से अनुच्‍छेद 370 को हटाने को लेकर पाकिस्‍तान परेशान और बौखलाहट से भरा हुआ है।

    पाकिस्‍तान ने इस मुद्दे को अंतरराष्‍ट्रीय मंच पर उठाने की भी कोशिश की लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू कह्स्मिर भारत का आंतरिक मामला है।

    गुरुवार को कुरैशी ने श्रीलंका के समकक्षी तिलक जनक मेरापना से बातचीत की थी। श्रीलंकाई समकक्ष से विदेश मंत्री कुरैशी ने कहा कि जम्‍मू कश्‍मीर के विवादित दर्जे को खत्‍म करने के लिए भारत ने अवैध और एकतरफा कार्रवाई की है जो यूएन के विशेषाधिकारो और अंतरराष्ट्रीय कानून के उलट है।

    जम्मू कश्मीर की स्तिति के बाबत कुरैशी ने यूएन को एक माहीने में तीन बार ख़त लिखा था। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘हाल ही में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में कश्मीर मामले पर चर्चा पाकिस्तान की एक बड़ी उपलब्धि है। पाकिस्तान ने अब इस मामले को अंतरराष्ट्रीय न्यायिक अदालत में उठाने की धमकी दी है।

    पाक रेल मंत्री शेख राशिद का हाल ही में बयान आया था। राशिद ने भी युद्ध के संकेत देते हुए कहा था कि अक्टूबर या नवंबर तक दोनों देशों के बीच युद्ध छिड़ सकता है। रावलपिंडी में मीडिया से मुखातिब होते हुए मन्त्री ने दावा किया कि कश्मीर के संघर्ष पर निर्णायक समय आ गया है। यह दोनों देशों के बीच आखिरी जंग होगी।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *