पाकिस्तान आतंकवाद को फैलाने और कश्मीर मामले का अंतर्राष्ट्रीयकरण करने में सभी खानों चित हो चुका है। भारत के खिलाफ जिहाद का प्रचार कर इस्लामाबाद अपना नफरत भरा आन्दोलन चला रहा है। एक ऑनलाइन विडियो में एक मौलवी पाकिस्तानी अधिकृत कश्मीर में हैं और भीड़ को सम्बोधित करते हुए जिहाद करने या पाक युद्ध करने की बात कह रहा है क्योंकि भारत ने जम्मू अक्ष्मिर से विशेष राज्य का दर्जा हटा लिया था।
मौलवी ने कहा कि “हमारी अक्ष्मिरी माताएं, बहने और भाई इस प्रभावित हुए हैं अगर तुम्हारे पास भारत के खिलाफ लड़ने की हिम्मत नहीं है तो तुम्हारी हार होना जारी रहेंगी। साथ ही मौलवी ने सेना के कर्तव्य जिहाद को न पूरा करने के लिए भी सेनाध्यक्ष की आलोचना की थी।
इस संबोधन में एकत्रित भीड़ ने “इंडिया का एक ही इलाज, अल जिहाद, अल जिहाद” जैसे नारे लगाये थे। हाल ही में खैबर पख्तुन्वा के मुख्यमत्री ने कहा कि
‘अगर कश्मीर के लिए औपचारिक जिहाद का ऐलान किया जाता है तो वह उसका नेतृत्व करेंगे।” भारत ने पाकिस्तान से उसकी सरजमीं पर सक्रीय आतंकवादियों के खिलाफ सकहत कार्रवाई करने की मांग की थी। भारत के जम्मू कश्मीर से विशेष राज्य का दर्जा छिनने पर पाक को धक्का लगा था।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने स्पष्ट कर दिया है कि कह्स्मिर भारत का आंतरिक मामला है। कश्मीर पर पाक नेताओं की तरफ से भड़काऊ बयानबाजी की जा रही है।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा कि “हम इससे वाकिफ है कि पाकिस्तान अपनी सीमा पार आतंकवाद की नीति का इस्तेमाल करता है। यह उनके लिए महत्वपूर्ण है कि अब वह एक सामान्य पड़ोसी की तरह व्यवहार करना चुरू कर दे।”
उन्होंने कहा कि “एक सामान्य क्या देश क्या करता है। पड़ोसी राष्ट्र में आतंकवादियों को नहीं भेजता है। आप सामान्य बात और समान्य व्यापार करते है लेकिन यह सब पाकिस्तान की तरफ से नहीं हो रहा है।”