2जी केस पर भले ही पुरे छह साल बाद कोर्ट ने मात्र एक लाइन में फैसला सुना कर सभी आरोपियों को बरी कर दिया हो लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि अब यह विवाद बिलकुल खत्म हो गया है। कम से कम राजनीतिक गलियारों में तो ऐसा बिलकुल नहीं है। कोर्ट के फैसले के बाद एक बार फिर यह मुद्दा मीडिया और राजनीति में गरमा गया है।
आज सुबह से ही इस केस पर देश के कोने कोने से प्रतिक्रियाए आ रही है। ट्वीटर, फेसबुक समेत तमाम सोशल मीडिया में मानों आग लगी हुई है। इस केस पर हमेशा चुप रहने वाली कांग्रेस पार्टी आज चीख चीख कर कह रही है कि वो निर्दोष थी तथा बेवजह उसे उस गलती की सजा पिछले कई चुनावों में भुगतनी पड़ी जो कभी उन्होंने की ही नहीं।
देश के छोटे छोटे ग्रामीण इलाकों से लेकर संसद तक में इस फैसले पर बयानबाजी तेज हो गयी है। कांग्रेस पार्टी आज बीजेपी से जवाब मांग रही है। मनमोहन सिंह ने आज कहा है कि गलत नियत से जो आरोप लगाए गए थे आज कोर्ट के निर्णय के बाद वो आरोप धूल गए है। उन्होंने कहा कि आज सच सामने आ गया है।
Watch Former Prime Minister Manmohan Singh react to the #2GScamVerdict #CongressIsClean pic.twitter.com/83MyyfXZSr
— Congress (@INCIndia) December 21, 2017
फैसले पर आज देश के दो जाने माने वकील और राजनेता कपिल सिब्बल और अरुण जेटली आमने सामने है। कपिल सिब्बल ने पहले ही दावा किया था कि 2जी केस में किसी भी प्रकार के राजस्व की हानि नहीं हुई थी। कोर्ट के फैसले पर अब उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा है कि “देखिये मैं सही साबित हुआ, कोर्ट ने भी मेरी बातों पर अब मुहर लगा दी” सिब्बल को अरुण जेटली ने करारा जवाब दिया है।
Yes, there was no loss.
Former Union Minister @KapilSibal on #2GScamVerdict #CongressIsClean pic.twitter.com/9LlPnMV1mj— Congress (@INCIndia) December 21, 2017
जेटली ने कांग्रेस पर प्रहार किया कि “इस फैसले को कांग्रेस पार्टी ना जाने क्यों एक बड़े सम्मान की तरह ले रही है” जेटली ने यह कहते हुए कांग्रेस को सावधान किया कि “हालंकि कोर्ट का फैसला आ गया है लेकिन इसका यह मतलब नहीं कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से निर्दोष है”
The #2GScam is not a certificate for the 2G allocation policy being an honest policy. The Supreme Court in 2012 had upheld the policy as corrupt, dishonest, arbitrary, unfair & intended to cause loss to the exchequer. All 2G license allocations were quashed : Shri @arunjaitley pic.twitter.com/RmUKpzwlJV
— BJP (@BJP4India) December 21, 2017
जेटली ने कहा कि सिब्बल जी का शून्य राजस्व घाटे का सिद्धांत तभी गलत साबित हो गया था जब उच्चतम न्यायालय ने स्पेक्ट्रम आवंटन रद्द कर दिया था।
2जी घोटाले मामले में कोर्ट ने आज इन सबको बरी कर दिया
1. ए राजा
2. सिद्धार्थ बेहुरा
3. आरके चंदोलिया
4. शाहिद उस्मान बलवा
5. विनोद गोयनका
6. मैसर्स स्वान टेलीकॉम (प्राइवेट) लिमिटेड (अब मैसर्स एतिसलात डीबी टेलीकॉम (प्राइवेट) लिमिटेड)
7. संजय चंद्रा
8. मैसर्स यूनीटेक वायरलैस (तमिलनाडु) लिमिटेड
9. गौतम दोषी
10. सुरेंद्र पिपारा
11. हरि नायर
12. मैसर्स रिलायंस टेलीकॉम लिमिटेड
13. आसिफ बलवा
14. राजीव अग्रवाल
15. करीम मोरानी
16. शरद कुमार
17. कनिमोई करुणानिधि