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    योगी आदित्यनाथ इलाहाबाद स्कूल

    बीजेपी हर चुनाव को बड़े ही गंभीरता से ले रही है। वो कोई भी कसर नहीं छोड़ना चाहती है जिससे उसे बाद में किसी भी प्रकार का कोई पछतावा हो। यही कारण है कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनावी समर जीतने के बाद पार्टी अब महाराष्ट्र में भी लड़ाई को तैयार है।

    बीजेपी जिस तरह से महाराष्ट्र में प्रदर्शन कर रही है उस से एक बात साफ़ नजर आ रही है कि पार्टी ने इस प्रदेश को लेकर पहले से ही काफी होम वर्क कर रखा है। यही कारण है कि पार्टी ने आज योगी आदित्यनाथ को परिवर्तन यात्रा में शामिल होने को कहा है। योगी पार्टी के वो फायरब्रांड नेता है जिनके बदौलत बीजेपी ने गुजरात में अपनी किस्मत चमकाई है।

    गुजरात जीत के पीछे योगी फैक्टर को शायद ही कोई राजनितिक विशेषज्ञ नकार सकता है। पार्टी को भी यह बात मालुम है कि इस समय मोदी के बाद सबसे ज्यादा दीवानगी यूपी के मुख्यमंत्री योगी की ही है। यही कारण है कि बीजेपी योगी को एक ऐसे शस्त्र के रूप में देख रही है जिसके आगे विपक्ष के सभी शस्त्र फ़ैल है।

    बीजेपी ना सिर्फ योगी फैक्टर का इस चुनाव में उपयोग कर रही है बल्कि इस फैक्टर के जरिए जन जन को जोड़ने की कोशिश भी कर रही है। पार्टी तमाम सोशल मीडिया पर योगी की इस यात्रा को सफल बनाना चाहती है। पार्टी के बड़े राजनेता बीएस युदुरप्पा ने योगी की इस यात्रा के बारे में अपने ट्वीटर अकाउंट से जानकारी दी है।

    कर्नाटक में चलता है बीजेपी का सिक्का

    कर्नाटक में बीजेपी की पकड़ सबसे मजबूत है। यहां पर 2007 में पार्टी पहली बार जीत के शिखर तक पहुंची थी। 2008 से लेकर 2013 तक यहां पर बीजेपी का शासन रहा है। 2013 में कांग्रेस के कमबैक के बाद यहां पर हालत बदल गए थे। बीजेपी ने यहां पर लोकसभा चुनावों के दौरान गजब का प्रदर्शन किया था। शायद यही वजह है कि इस बार महाराष्ट्र चुनाव में बीजेपी का पलड़ा भारी नजर आ रहा है। ऐसे में चारो तरफ से लगभग डूब चुकी कांग्रेस के सामने कर्नाटक एक बड़ी चुनौती है।

    कर्नाटक क्यों है महत्वपूर्ण?

    कर्नाटक राजनीतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। यहां पर विधानसभा की कुल 224 सीटें हैं। जिनमे से कांग्रेस के पास 122 और बीजेपी और जनता दल के पास 40-40 हैं।