Mon. Nov 18th, 2024
    करण जोहर और रणबीर कपूर

    मुंबई, 20 अगस्त (आईएएनएस)| फिल्म इंडस्ट्री के लोगों या अमीरों को प्राथमिकता देने के लिए फिल्मकार करण जौहर को अकसर आलोचनाओं का सामना करना पड़ता है, लेकिन करण का कहना है कि वह अपनी बनाई हुई फिल्मों के लिए माफी नहीं मांगेंगे, हालांकि बदलते वक्त के साथ वह सिनेमा बनाने की अपनी पद्धति को बदलने के लिए तैयार हैं।

    मुंबई में लेखिका शुनाली खुल्लर श्रॉफ की किताब ‘लव इन द टाइम ऑफ एफफ्लूएन्जा’ की लॉन्चिंग पर मीडिया से बात करने के दौरान करण ने कहा, “मैंने उस किस्म की फिल्में इसलिए बनाई है क्योंकि मैं एक निश्चित माहौल में बड़ा हुआ हूं और वहां एक ऐसी तमन्ना भी थी जो मेरे सोचने के तरीके के साथ जुड़ी हुई थी। मैं हमेशा सोचता था कि सिनेमा असल जीवन से कहीं ज्यादा है और इसलिए मैंने ऐसे किरदार बनाए जिनकी लोग तमन्ना करते हैं।”

    करण ने आगे कहा, “लेकिन कहीं न कहीं आगे चलकर सिनेमा का रचनाक्रम बदल गया और मुझे उसे स्वीकारना होगा और निश्चित करना होगा कि मेरे किरदार और भी ज्यादा जमीन से जुड़े हुए और वास्तविक हो ताकि वह अब और ज्यादा चमक-धमक वाले नहीं लगे।”

    करण ने यह भी कहा, “मुझ पर एफफ्लूएंजा का आरोप है, लेकिन यह कहते हुए मैं उन फिल्मों के लिए माफी नहीं मांगूंगा जिन्हें मैंने बनाया है हालांकि मुझे लगता है कि भविष्य में मुझे इसमें बदलाव लाना होगा।”

    एफफ्लूएंजा का तात्पर्य अमीरों की समस्या से है। अधिकतर ऐसा माना जाता है कि अमीरों के पास वास्तव में कोई परेशानियां नहीं होती है। जिंदगी को जीने में उन्हें अकेलापन, जीवन से उब जाना या असंतुष्ट हो जाने जैसी समस्याओं का ही सामना करना पड़ता है और इसमें खुद को खुश रखने के लिए वे पैसों के पीछे भागते हैं।

    By विकास सिंह

    विकास नें वाणिज्य में स्नातक किया है और उन्हें भाषा और खेल-कूद में काफी शौक है. दा इंडियन वायर के लिए विकास हिंदी व्याकरण एवं अन्य भाषाओं के बारे में लिख रहे हैं.

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *