वॉशिंगटन, 17 अगस्त (आईएएनएस)| अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तालिबान के साथ शांति वार्ता के संबंध में चर्चा करने के लिए अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से मुलाकात की।
इस समझौते के बाद अफगानिस्तान से अमेरिकी सैनिकों की वापसी हो सकती है। समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक, विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने शुक्रवार को एक बयान में कहा, “हम अफगानिस्तान मामले में आगे बढ़ने की दिशा में लगन से काम कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा, “अफगानिस्तान सरकार के साथ निरंतर सहयोग में, हम एक व्यापक शांति समझौता करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिसमें हिंसा में कमी और युद्ध विराम और यह सुनिश्चित करना शामिल है कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल कभी भी अमेरिका या उसके सहयोगियों को धमकाने के लिए नहीं किया जाए और अफगानों को शांति की दिशा में काम करने के लिए साथ लाया जाए।”
डोनाल्ड ट्रंप और पोम्पियो के अलावा, बैठक में उपराष्ट्रपति माइक पेंस, रक्षा मंत्री मार्क एस्पर, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन, अफगानिस्तान मामले में सुलह के लिए विशेष प्रतिनिधि जलमाय खलीलजाद, ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टॉफ के अध्यक्ष जोसेफ डनफोर्ड और सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी की निदेशक जीना हस्पेल शामिल हुईं।
दोहा में आठवें दौर की वार्ता के बाद 13 अगस्त को, तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने एफे को बताया था कि अमेरिका के साथ समझौते पर काम पूरा हो गया है, हालांकि दोनों पक्ष अंतिम विचार-विमर्श पूरा करने के बाद पक्ष फिर से मिलेंगे और समझौते पर अंतर्राष्ट्रीय गारंटरों की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए जाएंगे।