संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से निराशा हाथ लगने के बाद पाकिस्तान ने शनिवार को कश्मीर मुद्दे पर उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। बैठक में पाकिस्तान आगे की रणनीति तय करेगा और इस बैठक पर भारत की खास नजर है। इस बैठक के बाद पाकिस्तान ऐसा कुछ कर सकता है, जिससे नई दिल्ली के साथ उसके संबंध और तनावपूर्ण दौर में पहुंच जाएंगे।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की चर्चा कर बाद पाकिस्तान में यह बैठक बुलाई जा रही है। भारत के लिए यह बैठक राजनीतिक और सामरिक दृष्टि से काफी अहम है। भारत के अलावा दुनिया के अन्य देशों की भी इस बैठक पर कड़ी नजर है।
पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरेशी ने कहा कि बैठक में कश्मीर मुद्दे पर भविष्य की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में अहम राजनीतिक दलों के साथ ही प्रमुख संगठनों को भी आमंत्रित किया है। यह सभी संगठन बैठक में अपनी राय रखेंगे। पाकिस्तान इस बैठक के जरिये भारत को उकसाने पर जलील हरकत कर सकता है।
इससे पूर्व शुक्रवार को चीन की पहल पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में कश्मीर मामले में अनौपचारिक चर्चा हुई थी। चीन को छोड़कर सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों नर कश्मीर के मामले को खारिज करने के हित में फैसला दिया था।
यूएनएससी की अध्यक्ष जोआना रोनेका ने बुधवार को बताया कि भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर से विशेष दर्जा वापस लिए जाने के बाद चीन ने इस सत्र को कराने के लिए आधिकारिक निवेदन किया। चीन सुरक्षा परिषद का स्थायी सदस्य है। इससे पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यूएन को पत्र लिखकर भारत के कश्मीर को लेकर लिए गए निर्णय पर तत्काल एक सत्र बुलाने का अनुरोध किया था।