दक्षिण कोरिया के युनिफिकेशन मिनिस्ट्री ने उत्तर कोरिया की आलोचना पर पलटवार किया है। उत्तर कोरिया ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच जारी संयुक्त सैन्य अभ्यास की आलोचना की थी और कहा कि यह सरासर दोनों कोरियाई देशों के बीच हुए समझौते का उल्लंघन है और यह संबंधों को मज़बूत करने में सहायक नहीं होगा।
बीते हफ्ते उत्तर कोरिया ने इस महीने की शुरुआत में शुरू हुए सैन्य अभ्यास की जमकर आलोचना की थी। रविवार को बयान में उन्होंने कहा कि “जब तक दक्षिण कोरिया इस ड्रिल के बाबत एक स्वीकार्य बहाना नहीं बताता तब तक आंतरिक कोरियाई बातचीत बंद रहेंगी।”
मंत्रालय के प्रवक्ता ली संग मिन ने कहा कि “हम उत्तर कोरिया के विदेश मंत्रालय और उनकी मीडिया द्वारा आलोचना की बात पर ध्यान केन्द्रित करना चाहते हैं, जिसमे हमारी सरकार की स्थिति के विरोध में बयान दिया गया था कि अमेरिका- दक्षिण कोरिया संयुक्त अभ्यास आंतरिक कोरियाई संबंधो को बेहतर करने में मदद नहीं करेंगे।”
उन्होंने कहा कि “यह अभ्यास मैदानी प्रशिक्षण नहीं जिसका लक्ष्य उत्तर हो। यह उत्तर और दक्षिणी कोरिया के समझौते का उल्लंघन नहीं है।” प्रवक्ता ने बताया कि दक्षिण कोरिया सम्मेलन के समझौते के प्रतिबद्ध है जिसमे दोनों कोरियाई देश बीते वर्ष पंहुचे थे।
दक्षिण और उत्तर कोरिया ने बीते सितम्बर को सैन्य समझौते पर हस्ताक्षर किये थे। इसमें दोनों पक्ष सीमा पार तनाव को कम करने पर रजामंद हुए थे। उत्तर कोरिया ने कहा था कि वांशिगटन और सीओल की सैन्य ड्रिल आक्रमण की तैयारी है। उत्तर कोरिया ने हाल ही में दो मिसाइल को लांच किया था।
दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ ने कहा कि “यह मिसाइल सुबह 5:32 बजे और 5:50 बजे पूर्वी सागर के दक्षिणी हम्गयोंग प्रान्त के पूर्वी तटीय शहर हम्हुंग से दागी गयी थी। इसने 400 किलोमीटर तक उदाकं भरी थी और इसकी उंचाई 48 किलोमीटर थी।”
25 जुलाई के बाद यह पांचवा परिक्षण है जब उत्तर कोरिया ने बैलिस्टिक मिसाइल को लांच किया है। यह अमेरिका और दक्षिण कोरिया के संयुक्त अभ्यास के खिलाफ प्रदर्शन था।