भारतीय रेल के अधिकारियों नें नयी भर्तियों को लेकर बड़ा फैसला किया है। इसके मुताबिक अब जिन नए कर्मचारियों को भर्ती किया जाएगा, उनकी भर्ती प्रक्रिया सिर्फ 6 महीनें में पूरी हो जायेगी, जहाँ पहले इसमें 2 साल का समय लगता था। इस विषय में रेलवे अधिकारी अश्विनी लोहानी का कहना है कि रेलवे में अभी लगभग 2 लाख से ज्यादा पद खाली हैं, जिन्हें भरने के लिए जल्द कर्मचारियों की जरूरत है।
रेल अधिकारीयों के मुताबिक रेलवे के विभिन्न पदों के खाली होने से बड़ी मात्रा में कार्यों में विलम्ब हो रहा है। इन पदों में बड़ी मात्रा में ऐसे पद शामिल हैं, जो रेलवे के रख-रखाव और सुरक्षा से सम्बंधित हैं।
जाहिर है पिछले कुछ महीनों में बड़ी मात्रा में रेल हादसों की घटनाएं सामने आई हैं। कई बार रेल के पटरी से उतरने की घटना घटी है। ऐसे में रेल को सुरक्षित बनाने के लिए नै भर्तियों को जल्द करना बहुत जरूरी है। ऐसे में जल्द से इन पदों को भरने के लिए रेलवे नें इस कदम को उठाया है।
उत्तर-पूर्वी रेल प्रबंधक चहेते राम के मुताबिक, “रेलवे में भर्ती की प्रक्रिया बहुत लम्बी है। आवेदन के बाद इसमें करीबन 2 साल का समय लग जाता है। इस दौरान कई लोग दूसरी नौकरियां कर लेते हैं। अब ऑनलाइन परीक्षा की मदद से इस प्रक्रिया को शीघ्र पूरा किया जाएगा।”
इसी सन्दर्भ में रेलवे अधिकारी अश्विनी लोहानी ने कहा कि इस विषय में काम करने के लिए 6 महीनें का समय बोर्ड को दिया गया है। 6 महीनें के भीतर भर्ती प्रक्रिया समेत रेलवे से जुड़े अन्य विषयों पर फैसला लिया जाएगा।
आपको बता दें कि हाल ही में जारी किये गए आंकड़ों के मुताबिक भारतीय रेल से इस समय करीबन 13 लाख लोग जुड़े हैं। इसके अलावा ग्रुप ‘सी’ और ग्रुप ‘डी’ वर्ग में करीबन 225,823 पद खाली हैं।
रेल की सुरक्षा से जुड़े विभागों में भी करीबन 122,911 लोगों के लिए पद खाली हैं। इन पदों में मुख्य रूप से ड्राईवर, सुरक्षाकर्मी और अन्य तकनीकी पद शामिल हैं।
रेलवे में भर्ती प्रक्रिया को तेज करने के लिए अन्य प्रबंधकों नें यह सुझाव दिया है कि हर क्षेत्र के रेलवे को नौकरी प्लेसमेंट के लिए वे सीधे आरआरबी से संपर्क कर सकें और हर बार उन्हें रेलवे बोर्ड के पास ना जाना पड़े।
रेलवे से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु:
- 13 लाख कुल कर्मचारी
- 66,030 किमी लम्बी रेल ट्रैक
- 63,046 कुल डिब्बे
- 2 करोड़ रोजाना के यात्री
- 10,773 लोकोमोटिव