चीन ने सोमवार को बताया कि “हम हमेशा एक देश, द्वि प्रणाली नीति के प्रति प्रतिबद्ध रहेंगे। इसके तहत हांगकांग को को उच्च स्तर की स्वायत्ता की गारंटी दी गई है। एक देश, द्वि प्रणाली हांगकांग पर शासन करने का सबसे बेहतरीन तरीका है। केंद्र सरकार इस प्रणाली की दिशा में परिवर्तन नहीं करेगी।”
हांगकांग में प्रदर्शन जारी
हांगकांग में लगातार आठ बार सरकार विरोधी प्रदर्शन के खिलाफ यांग के बयान आया था। इसकी शुरुआत प्रत्यर्पण विधेयक के खिलाफ हुई थी और इस प्रदर्शन का विस्तार लोकतंत्र और पुलिस की उत्तरदायित्वता तक हो चुका है। हांगकांग में एक देश, द्वि प्रणाली को सुनिश्चित करने के बाबत यांग ने कहा कि “यह निर्भर करता है कि लोगो को कैसे हालात की समझ है। यह एक पूरी विचारधारा है।”
इस सन्दर्भ में यांग ने तीन लाइन्स कही थी, राष्ट्रीय सुरक्षा को कोई नुकसान नहीं, केन्द्रीय सरकार के विभाग के लिए कोई चुनौती नहीं और आधारभूत कानून और हांगकांग का इस्तेमाल चीन को नजरंदाज़ करने के लिए नहीं इस्तेमाल किया जाए।
प्रवक्ता ने कहा कि “प्रत्यर्पण विधेयक का इरादा एक कानूनी कमी में सुधार करना था। बीजिंग समझता है और विशेष प्रशासनिक क्षेत्र की सरकार का विधेयक को रद्द करने का निर्णय करने का सम्मान करता है।” इस प्रत्यर्पण विधेयक को 3 अप्रैल को प्रस्तावित किया गया था और इसके आलोचकों ने इस विवादस्पद संसोधन पर बहस की थी।
इस बिल का इस्तेमाल चीनी विभाग राजनीतिक कारणों या लापरवाह कारोबारियों को हांगकांग से चीनी विभागों के सुपुर्द करने के लिए इस्तेमाल किया जायेगा। यांग ने कहा कि “बीजिंग हांगकांग में कानून को स्थापित करने के लिए पुलिस का पूरी तरह समर्थन करता है।”
बीते सप्ताहांत में हांगकांग में हिंसक प्रदर्शन का दौर जारी है। प्रवक्ता ने कहा कि “यह कानून है जिस पर हांगकांग के नागरिको को गर्व है। हिंसा हिंसा होती है, गैरकानूनी कार्य तो गैरकानूनी होता है, इसमें परिवर्तन नहीं होगा, कोई फर्क नहीं पड़ता कि क्या लक्ष्य है। केंद्र सरकार सम्बंधित सरकारी विभाग और कानून का संरक्षण करने में पुलिस का समर्थन करते हैं।”