श्रीलंका ने चीन और भारत के पर्यटकों के लिए वीजा ऑन अर्रायिवल की सुविधा को मंज़ूरी दे दी है। इसका मकसद ईस्टर हमले के बाद देश में पर्यटन को बढ़ावा देना है। 10 जुलाई को श्रीलंका की सरकार ने मुल्क पंहुचने पर वीजा की सुविधा और 39 देशों के लिए 1 अगस्त से मुक्त वीजा कार्यक्रम को लागू करने की योजना बनायीं थी।
श्रीलंका में पर्यटन में इजाफा करने की तरकीब
इस देशों में ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, बुल्गारिया, कम्बोडिया, क्रोएशिया, सायप्रस, चेक गणराज्य, डेनमार्क, एस्तोनिया, फ़िनलैंड, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, हंगरी, आयरलैंड, इटली, लटविया, लिथुनिया, लक्समबर्ग, माल्टा, नीदरलैंड, पोलैंड, पुर्तगाल, रोमानिया, स्लोवाक गणराज्य, स्लोवेनिया, स्पेन, स्वीडन, ब्रिटेन, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, कनाडा, सिंगापुर, न्यूजीलैंड, मलेशिया, थाईलैंड और स्विट्ज़रलैंड शामिल है।
बुधवार को श्रीलंका के पर्यटन मंत्रालय ने 10 अन्य देशों को मुल्क पहुचने पर वीजा की सुविधा देने के पायलट प्रोजेक्ट को मंज़ूरी दे दी थी। इसमें 10 अतिरिक्त देश, डेनमार्क, स्वीडन, नॉर्वे, फ़िनलैंड, आइसलैंड, फ़िलीपीन्स, रूस, चीन, भारत और ब्रिटेन है।
श्रीलंका में ईस्टर हमले के बाद मई से अक्टूबर तक पर्यटकों की संख्या में काफी कमी आई थी। इस सुविधा को मंज़ूरी देने का मकसद देश में पर्यटकों की संख्या में इजाफा करना है। अप्रैल 21 को श्रीलंका में आठ विभिन्न स्थानों पर आतंकी हमलो को अंजाम दिया गया था।
आतंकी हमले के बाद पहले माह की रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2019 में श्रीलंका के पर्यटन में 7.5 फीसदी की गिरावट आयी है। श्रीलंका पर्यटन विभाग ने बताया कि इस वर्ष अप्रैल में 166975 विदेश से पर्यटक आये थे जबकि साल 2018 में आंकड़ा 180429 था। विदेश पर्यटकों की आगमन की संख्या में साढ़े सात फीसदी की कमी आयी है।
श्रीलंका पर्यटन विभाग ने बताया कि इस वर्ष अप्रैल में 166975 विदेश से पर्यटक आये थे जबकि साल 2018 में आंकड़ा 180429 था। विदेश पर्यटकों की आगमन की संख्या में साढ़े सात फीसदी की कमी आयी है।