दक्षिण कोरिया के लडाकू विमानों ने मंगलवार को रूस के सैन्य जंगी विमानों पर चेतावनी के तौर पर गोलीबारी की थी। रुसी एयरक्राफ्ट देश के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन कर रहे थे। दक्षिण कोरिया के जॉइंट ऑफ़ स्टाफ ने बयान में कहा कि रूस के विमानों ने देश के हवाई क्षेत्र का पूर्वी बंदरगाह की तरफ से दो बार उल्लंघन किया है।
दक्षिण कोरिया के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन
दक्षिण कोरिया ने अपने एफ-15एफ और केएफ-16 लडाकू विमानों को भेजा था और 20 एमएम के हथियारों का इस्तेमाल करते हुए दोनों बार चेतावनी के तौर पर गोलीबारी की थी। सीओल के हवाले से सीएनएन ने रिपोर्ट को प्रकाशित किया था कि यह पहली बार है कि किसी विदेशी मुल्क ने दक्षिण कोरिया के हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया हो।
दक्षिण कोरिया के रक्षा अधिकारीयों ने कहा कि “मंगलवार को दो चीनी एयरक्राफ्ट भी दक्षिण कोरिया के वायु रक्षा आइडेंटिफिकेशन क्षेत्र में दाखिल हुए थे। एक विमान देश की सीमा से 12 नॉटिकल मील की दूरी पर था जो नियंत्रण के स्थान पर था और एयरक्राफ्ट की दिशा को नियंत्रित कर रहा था।”
जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ के मुताबिक, दो चीनी एयरक्राफ्ट ने वायु रक्षा आइडेंटिफिकेशन क्षेत्र सुबह 6:44 बजे दाखिल हुए थे और दूसरा सुबह 7:49 बजे दाखिल हुआ था। यह एयरक्राफ्ट दो रुसी जंगी विमानों के साथ मिलकर आये थे। यह चारो एयरक्राफ्ट सुबह 8:40 पर वायु रक्षा आइडेंटिफिकेशन क्षेत्र में एकत्रित हुए थे और वहां 24 मिनट तक रहे थे।
अमेरिकी मीडिया ने इस वारदात को गैर मामूली करार दिया था क्योंकि दक्षिण कोरिया और रूस दुर्लभ ही संघर्ष की स्थिति आये हो। दोनों देशों के बीच एकमात्र मसला नोक्तुन्ड़ो द्वीप है, जिस पर दक्षिण कोरिया और रूस दोनों ही अपना दावा करते हैं।