नई दिल्ली में भारत, जापान व ऑस्टेलिया ने समुद्री सुरक्षा व आतंकवाद सहित कई मुद्दों को लेकर चर्चा की। इस दौरान तीनों देशों ने आतंकवाद से लड़ने के लिए आपसी सहयोग पर बल दिया।
भारत के विदेश सचिव एस जयशंकर ने बुधवार को नई दिल्ली में अपने ऑस्ट्रेलियाई और जापानी समकक्षों के साथ चौथी भारत-ऑस्ट्रेलिया-जापान त्रिपक्षीय बैठक की मेजबानी की। इस दौरान तीनों देशों ने भारत-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक सहयोग पर भी चर्चा की।
इसमें तय किया गया कि भारत-प्रशांत क्षेत्र में शांति, लोकतंत्र और आर्थिक विकास के लिए साझा प्रतिबद्धता जरूरी है। तीनों देशों ने क्षेत्रीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। भारत-प्रशांत क्षेत्र के राजनीतिक और सुरक्षा में आसियान समर्थन को लेकर वार्ता की।
भारत चाहता है इन देशों के साथ समुद्री व्यापार को बढ़ावा दिया जाए। अगर समुद्री व्यापार बढ़ता है तो भारत सहित अन्य देशों को लाभ मिलेगा। वहीं आतंकवाद के खात्मे के लिए भी भारत, जापान व ऑस्टेलिया ने साथ में काम करने को प्रतिबद्धता जताई।
अगली वार्ता हो सकती है टोक्यो में
जापान के उप-मंत्री ने अगली त्रिपक्षीय वार्ता को टोक्यो में आयोजित करने का प्रस्ताव भी दिया। इससे पहले मंगलवार को भारत और ऑस्ट्रेलिया ने ‘2 + 2 संवाद’ के उद्घाटन के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं की समीक्षा की।
साथ ही सहमति व्यक्त करते हुए कहा कि भारत-प्रशांत क्षेत्र के सभी देशों के दीर्घकालिक हित के लिए मुक्त, खुला व समावेशी विकास जरूरी है।
‘2 + 2 संवाद’ का प्रारूप साल 2014 में भारत यात्रा के दौरान ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने प्रस्तावित किया था। इससे पहले भारत में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने नई दिल्ली में रूस व चीन के विदेश मंत्री के साथ भी रूस-भारत-चीन (आरआईसी) त्रिपक्षीय बैठक में शिरकत की थी।