मुंबई, 16 जुलाई (आईएएनएस)| यहां दक्षिण मुंबई के डोंगरी क्षेत्र में चार मंजिल की एक इमारत के ढहने से दो लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य लोग घायल हो गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इमारत के मलवे में 12 अन्य परिवार भी फंसे हुए हैं।
केसरबाई इमारत सुबह लगभग 11.30 बजे ढह गई।
मुंबई इमारत सुधार और पुनर्निर्माण बोर्ड (एमबीआरआरबी) के चेयरमैन विनोद घोसालकर ने हालांकि कहा कि हादसे में कम से कम 12 लोगों की मौत हुई है। लेकिन इस दावे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
उन्होंने कहा कि लगभग 80 साल पुरानी मानी जा रही जर्जर इमारत की मरम्मत का काम बी.एस.बी. डेवलपर्स को दिया गया था, जिसने अभी तक काम शुरू नहीं किया था।
घोसालकर ने आईएएनएस से कहा, “यह गंभीर मामला है और हम इसकी जांच करेंगे कि मरम्मत कार्य शुरू क्यों नहीं हुआ था और इसमें किस कारण से देरी हो रही थी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी।”
फिलहाल एक महिला, दो आदमियों और एक बच्चे को बचा लिया गया। इनका विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
स्थानीय लोगों ने कहा कि मलवे में फंसे लगभग 12-15 परिवार मदद का इंतजार कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता भाई जगताप और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी नेता मजीद मेमन समेत विपक्ष के नेताओं ने खतरनाक इमारतों को चिह्नित करने और उन्हें खाली कराने के लिए उचित कदम उठाने में राज्य सरकार पर असफलता का आरोप लगाया।
महाराष्ट्र आवासीय और क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आने वाली केसरबाई इमारत के भूतल में खाने-पीने का व्यवसाय भी चलता है।
इसके बाद अग्निशमन दल, पुलिस और आपदा प्रबंधन की टीमों ने घटनास्थल पर जाकर बचाव अभियान शुरू कर दिया था, वहीं एनडीआरएफ वहां पहुंचकर उनका सहयोग करने लगा था।
संकरी सड़कें, भारी भीड़ और घनी आबादी वाले क्षेत्र में होने के कारण बचाव अभियान प्रभावित हुआ है।