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    बेंजामिन नेतान्याहू

    लेबनान के तेहरान समर्थित हिज़्बुल्लाह के प्रमुख ने शुक्रवार को कहा कि “यदि अमेरिका और ईरान के बीच युद्ध छिड़ गया तो अमेरिकी सहयोगी इजरायल “तटस्थ” नहीं रहेगा।” हसन नसरल्लाह ने हेज़बुल्लाह के अल-मनार टेलीविजन पर प्रसारित इंटरव्यू में बताया कि “ईरान क्रूरता और बल के साथ इजराइल पर बमबारी करने में सक्षम है।”

    अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के हफ्तों के बाद इस समूह ने टिप्पणी की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस्लामिक गणराज्य के साथ वाकयुद्ध की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि “जब अमेरिकी जानेगे कि यह युद्ध इजराइल को मिटा सकता है, तो वे पुनर्विचार करेंगे।”

    उन्होंने कहा कि “क्षेत्र में हमारी सामूहिक जिम्मेदारी ईरान पर अमेरिकी युद्ध को रोकने की दिशा में काम करना है। न तो सऊदी अरब और न ही संयुक्त अरब अमीरात को इस संघर्ष में शामिल होने में कोई दिलचस्प है।”

    शुक्रवार को अमेरिकी प्रतिनिधि सभा ने ईरान पर हमला करने की ट्रम्प की क्षमता को प्रतिबंधित करने के लिए मतदान किया था। यह इस भय के कारण किया कि राष्ट्रपति की घृणित नीतियां देश को गैर वाजिब युद्ध की ओर धकेल रही हैं।

    हिजबुल्लाह को अमेरिका ने आतंकवादी संगठन करार दिया था और यही कारण है कि लेबनान के 1975-1990 के गृहयुद्ध के बाद निरस्त्र नहीं हुआ है। लेकिन यह छोटे देश में एक महत्वपूर्व राजनीतिक खिलाड़ी भी है, जिसने पिछले साल संसद में 13 सीटें हासिल की और मौजूदा वक्त में कैबिनेट में तीन पद हासिल किए है।

    नसरल्लाह ने कहा कि “उसने पड़ोसी युद्धग्रस्त सीरिया में डमस्कस शासन का समर्थन करने वाले अपने आंदोलन में  लड़ाकों की संख्या में कमी की है। सीरियाई सेना ने बहुत सुधार किया है और आज हमें इसकी आवश्यकता नहीं है। हम हर उस क्षेत्र में मौजूद हैं, जिसका हम इस्तेमाल करते थे। हम अब भी वहीं हैं, लेकिन हमें बड़ी संख्या में वहां रहने की जरूरत नहीं है, जब तक कि कोई व्यावहारिक जरूरत न हो।”

    ईरान समर्थित शिया आंदोलन के प्रमुख ने कटौती की सीमा पर जानकारी नहीं दी है। वे 2013 से सीरिया में लड़ रहे हैं।रूस और ईरान समर्थित सीरिया सरकार ने 2015 के बाद से विद्रोहियों और जिहादियों से क्षेत्र को बड़े पैमाने पर वापस ले लिया है और अब देश के लगभग 60 प्रतिशत पर सरकार का नियंत्रण है।

    नसरल्लाह ने कहा कि “उनका एक भी लड़ाका सीरिया के उत्तर-पश्चिमी इलाक़े इदलिब में लड़ने में शामिल नहीं था। जहाँ सरकार और रूसी सेना अप्रैल के अंत से जिहादियों के गढ़ पर घातक बमबारी कर रही है। उन्होंने कहा कि “लेकिन अगर वहाँ लौटने की जरूरत है तो वे सभी वापस सीरिया जाएंगे।”

    सीरिया पर लगातार इजरायल के हवाई हमले के बाबत सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि “इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने लोगों को धोखा दे रहे थे। वह ईरान के साथ देते रहेंगे।”

    इज़राइल ने पड़ोसी मुल्क सीरिया में ईरानी और हिजबुल्लाह के सैन्य ठिकानों पर सैकड़ों हमले किए हैं। नसरल्लाह का  इंटरव्यू इज़राइल के साथ अपने आंदोलन की 2006 की शुरुआत को स्मरण करने के लिए थे, जिसमें 1,200 से अधिक लेबनानी, ज्यादातर नागरिक और 160 से अधिक इज़राइल, अधिकतर सैनिको की मौत हुई थी।

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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