Sat. Nov 23rd, 2024
    दक्षिण कोरिया चीन

    दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन चीन के पहले आधिकारिक दौरे पर जाएंगे। इस सप्ताह राष्ट्रपति मून जे-इन चीन की यात्रा पर जाएंगे। इस दौरान दक्षिण कोरिया व चीन के बीच संबंधों को सामान्य करने की कोशिश की जाएगी।

    दरअसल चीन इस समय दक्षिण कोरिया में स्थापित एक अमेरिकी मिसाइल प्रणाली की तैनाती से नाराज चल रहा है। दक्षिण कोरिया व अमेरिका ने इस साल के शुरूआत में दक्षिण में शक्तिशाली यूएस थाड की स्थापना उत्तर कोरिया के परमाणु मिसाइल खतरे से सुरक्षा के मद्देनजर की थी।

    बीजिंग ने इसे अपनी सुरक्षा के लिए खतरा माना था। इसके लिए बीजिंग ने दक्षिण कोरिया व्यावसायियों के दौरे पर प्रतिबंध लगाया। दरअसल चीन, दक्षिण कोरिया का शीर्ष व्यापारिक साझेदार है।

    चीनी अधिकारियों ने गुस्से में आकर दक्षिण कोरियाई फर्मों पर बहिष्कार अभियान चलाया और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में अपना कारोबार खत्म कर दिया। अमेरिकी मिसाइल की वजह से चीन व दक्षिण कोरिया के बीच में व्यापारिक प्रतिबंधों को बढ़ावा मिला।

    उत्तर कोरिया को लेकर हो सकती है वार्ता

    हालांकि पिछले महीने दोनों देशों ने रिश्तों को बेहतर बनाने की उनकी परस्पर इच्छा जताई थी। चीन की दक्षिण कोरिया से मांग है कि वो औपचारिक रूप से अधिक थाड मिसाइल की तैनाती नहीं करने का वादा करे।

    दक्षिण कोरिया राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा कार्यालय के उप निदेशक ने मून-जे-इन की चार दिवसीय यात्रा के बारे में अधिक जानकारी नहीं दी है। लेकिन उन्होंने ये जरूर कहा है कि राष्ट्रपति के चीन दौरे से दोनों देशों के बीच में रिश्ते अधिक मजबूत होंगे। इससे चीन व दक्षिण कोरिया के बीच में दविपक्षीय संबंध मजबूत होंगे।

    बुधवार को राष्ट्रपति मून-जे-इन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ एक सम्मेलन आयोजित करेंगे, जिसमें उत्तर कोरिया के परमाणु हथियार कार्यक्रम को रोकने के मुद्दों पर चर्चा होगी।