अमेरिका के एक जनरल ने गुरूवार को कहा कि “अगले 50 से 100 वर्षों में अमेरिका की ऊर्जा सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती चीन है।” जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ के चेयरमैन का को नामित डोनाल्ड ट्रम्प ने किया था। मार्क मिल्ले ने कहा कि “अमेरिका की सेना की काबिलियत को देखते हुए चीन सीख रहा है और उन्होंने कई संगठनो व सिद्धांतो को अपनाया है।”
उन्होंने कहा कि “चीन हमारे स्कूलो में गया है। उन्होंने पहले खाड़ी युद्ध, दुसरे खाड़ी युद्ध में हमें करीबी से देखा है। उन्होंने हमारी काबिलियत को देखा है। साथ ही उन्होंने अत्यधिक तरीको से इस कॉपी भी किया है और उनके कई संगठनो और सिद्धांतो को अपनाया है।”
जॉइंट चीफ ऑफ़ स्टाफ के पद पर मिल्ले ने जनरल जोशेफ दुन्फोर्ड की जगह ली है। वह डेमोक्रेट के सांसद टीम कीने के सवाल का जवाब दे रहे थे।
उन्होंने कहा कि “चीन अपनी सेना में बेहद तेजी से सुधार कर रहा है, अन्तरिक्ष, वायु, साइबर, समुन्द्र, जमीन में कर रहा है। अगले 50 से 100 में अमेरिका की ऊर्जा सुरक्षा के लिए सबसे बड़ी चुनौती चीन होगा। मेरे ख्याल से साल 2119 में इतिहासकार इस सदी की तरफ वापस देखेंगे और एक किताब लिखेंगे। इस कहानी का मुख्य भाग चीन और अमेरिका के बीच सम्बन्ध होगा।”
हालाँकि मिल्ले चीन पर आरोप लगाने पर सावधान रहे और कहा कि चीन हमारा दुश्मन नहीं है बल्कि एक प्रतिद्वंदी है। ऊनकी नियुक्ति ऐसे वक्त पर हुई है जब ट्रम्प प्रशासन कई भूराजनीतिक चुनौतियों के साथ समझौता कर रहा है। इसमें दक्षिणी चीनी सागर में चीन का सैन्य विस्तार भी शामिल है।