रूस ने गुरूवार को कहा कि 24 जुलाई को वेनेजुएला में सैन्य ड्रिल का भाग सैन्य उपकरण है। रूस के उप विदेश मन्त्री सेर्गेई रयाब्कोब ने कहा कि “हथियार और सैन्य उपकरण वेनेजुएला में मौजूद है और नेशनल बोलिव्रियन आर्म्ड फोर्सेज रूस में बने हुए हथियारों का इस्तेमाल जरते हैं।”
उन्होंने कहा कि “मैं नहीं जानता कि उन्होंने अन्य देशों से किसी तरह के उपकरण खरीदे हैं लेकिन सेना अन्य हथियारों से सशक्त हैं। इसलिए इनका भी इस्तेमाल किया जायेगा।” रूस पर दक्षिणी अमेरिकी राष्ट्र में तनाव उत्पन्न करने के आरोप लगाये हैं और वह वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को सैन्य सहायता मुहैया करेंगे।
रयाब्कोव ने बताया कि वेनेजुएला में अभी कोई रुसी सैन्य विशेषज्ञ मौजूद नहीं है। नियमित आवर्तन हुआ था। जैसे मैं देखता हूँ, वहां मौजूद हमारे सैनिको की मौजूदगी शून्य के करीब है। बहरहाल, इसका मतलब यह नहीं है कि वह जरुरत के वक्त नहीं दिखेंगे।
मादुरो सरकार और विपक्षी के प्रतिनिधियों ने कई चरणों की बातचीत की थी हालाँकि अभी तक दोनों पक्ष किसी समझौते पर नहीं पंहुचे हैं। वेनेजुएला जनवरी से राजनीतिक संकट से घिरा हुआ है। इस वर्ष के शुरुआत में विपक्षी नेता जुआन गुइडो ने वेनेजुएला का अंतरिम राष्ट्रपति खुद को घोषित कर दिया था।
अमेरिका ने तत्काल गुइडो को अपना समर्थन दिया था। उन्होंने मादुरो को सत्ता से इस्तीफा देने और नए सिरे से चुनावो का आयोजन करने की मांग की थी। रूस, चीन और तुर्की जैसे देश सत्ताधारी राष्ट्रपति मादुरो का समर्थन कर रहे हैं और इन्होने देश में बाहरी दखलंदाज़ी की आलोचना की है। विपक्षी नेता को अमेरिका साहिर 50 पश्चिमी देशों का समर्थन है।
रिपोर्ट के मुताबिक, कराकास के आंकड़ो के अनुसार करीब 7000 लोगो को सुरक्षा कारणों से वेनेजुएला में बीते डेढ़ वर्षों में मौत हुई थी। अगले वर्ष तक वेनेजुएला से लोगो के पलायन की संख्या 80 लाख तक पंहुच जाएगा और यह प्रवासी संकट विश्व का सबसे बड़ा संकट बन जायेगा।