पणजी, 11 जुलाई (आईएएनएस)| पूर्व मुख्यमंत्री व कांग्रेस विधायक दिगंबर कामत ने गुरुवार को कहा कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा दो साल में तीन बार तोड़े जाने के बाद गोवा कांग्रेस के अभी भी बहाल होने की उम्मीद है। गोवा के 40 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के सिर्फ पांच विधायक बचे हैं।
विपक्ष के नेता चंद्रकांत कावलेकर के नेतृत्व में बुधवार को 17 कांग्रेस विधायकों में से 10 ने पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।
कांग्रेस के पांच विधायकों में से चार पूर्व में मुख्यमंत्री रहे हैं। गोवा विधानसभा का सत्र 15 जुलाई से शुरू हो रहा है।
वर्ष 2017 में हुए राज्य विधानसभा चुनावों के बाद से 13 कांग्रेस विधायक भाजपा में शामिल हो गए हैं। इस तरह से भाजपा की संख्या 13 से 27 हो गई है।
दल-बदल के बारे में पूछे जाने पर कामत ने आईएएनएस से कहा, “अगर विपक्ष का नेता खुद पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होता है तो मैं क्या कह सकता हूं।”
कावलेकर ने बुधवार को मीडिया में कहा कि वह वरिष्ठ कांग्रेस विधायकों के बीच आपसी मतभेद की वजह से पार्टी छोड़ रहे हैं।
कामत के अलावा बाकी के कांग्रेस विधायकों में पूूर्व मुख्यमंत्री लुइजिन्हो फलेइरो, प्रतापसिंह राणे, रवि नाइक व एलेक्सिो रेग्निाल्डो शामिल हैं।
कामत व नाइक इससे पहले भाजपा की अगुवाई वाली गठबंधन सरकार में मंत्री के रूप में सेवा दे चुके हैं। इस गठबंधन सरकार का नेतृत्व दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने किया था।
यह पूछे जाने पर कि क्या पांच विधायक सावंत की अगुवाई वाली सरकार के समक्ष पार्टी को खड़ा कर पाएंगे, कामत ने कहा, “इसमें समस्या नहीं होनी चाहिए।”
उन्होंने कहा, “कांग्रेस का गोवा में मजबूत आधार रहा है। इसलिए हर चुनाव में पार्टी के विधायक जीतते हैं।”