तिरुवनंतपुरम, 11 जुलाई (आईएएनएस)| केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत में 27 साल बाद नन अभया हत्या मामले की सुनवाई आखिरकार यहां गुरुवार को शुरू हुई।
इस चर्चित मुकदमे का सामना कर रहे कैथोलिक पादरी थॉमस एम. कोट्टुर पहले आरोपी है और एक नन सेफी तीसरी आरोपी है।
पिछले साल मामले के दूसरे आरोपी एक अन्य कैथोलिक पादरी जोस पूथृक्कयिल को इस अदालत ने बरी कर दिया था।
जब सुनवाई शुरू हुई, तो सेफी गुरुवार को अदालत में पेश नहीं हुई, इसके बाद अदालत ने कहा कि आगे से मामले में देरी नहीं होनी चाहिए। फिलहाल अगली सुनवाई 5 अगस्त को होगी।
कोट्टायम में पायस एक्स कॉन्वेंट की एक नन अभया को 27 मार्च 1992 को परिसर के भीतर के कुएं में मृत पाया गया था।
इस मामले को क्राइम ब्रांच और सीबीआई ने शुरुआत में आत्महत्या करार देते हुए खारिज कर दिया था, लेकिन एक कार्यकर्ता जोमन पुथेनपुरकल ने एक एक्टन काउंसिल का गठन किया और मामले का पीछा किया।
पुथेनपुरकेलाल द्वारा मामले को दूसरी बार फिर से खोलने में कामयाब होने के बाद बदलाव आया, जिसके बाद सीबीआई अधिकारियों के 13 वें बैच ने 19 नवंबर, 2008 को पूथृक्कयिल सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पूथृक्कयिल पूर्व में कोट्टायम कॉलेज में एक मलयालम प्रोफेसर थे, जहां अभया ने अध्ययन किया था, जबकि कोट्टुर कोट्टायम में कैथोलिक चर्च के डायोकेसन चांसलर थे, और सेफी कॉन्वेंट निवासी थी, जहां यह घटना घटी थी।
तीनों आरोपियों को 1 जनवरी, 2009 को जमानत दे दी गई थी।