पणजी, 9 जुलाई (आईएएनएस)| गोवा के पूर्व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख सुभाष वेलिंगकर ने भाजपा के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार पर कैसिनो उद्योग से जुड़े होने का आरोप लगाया और तटीय राज्य में कैसिनो गैम्बलिंग के लागत-लाभ अनुपात पर एक श्वेत पत्र की मांग की।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत के लिए सार्वजनिक रूप से व्यक्त किए गए सवालों की एक सूची में, वेलिंगकर ने सोमवार को एक निश्चित तारीख बताने की मांग की कि राजधानी से कैसिनो को बाहर कब किया जाएगा।
क्षेत्रीय राजीनीतिक पार्टी गोवा सुरक्षा मंच के प्रमुख वेलिंगकर ने यहां मीडिया को बताया, “गोवा की भाजपा सरकार ने लोगों को झूठा आश्वासन देकर धोखा दिया है कि गोवा में कैसीनो उद्योग बंद हो जाएगा।”
उन्होंने कहा, “2012 के विधानसभा चुनावों में, भाजपा ने कैसिनो के विरोध को अपने प्रमुख चुनाव मुद्दों में से एक बनाया। जब वे सत्ता में आए, तो पार्टी ने इस मुद्दे को कूड़े में फेंक दिया। (दिवंगत मुख्यमंत्री मनोहर) पर्रिकर ने घोषणा की थी कि 2015 तक, कैसिनो को मंडोवी से बाहर कर दिया जाएगा। लोगों ने सोचा कि वह ऐसा करेंगे लेकिन उनके साथ फिर एक बार धोखा हुआ क्योंकि कैसिनो अभी भी यहां हैं।”
पूर्व गोवा संघचालक, जो कुछ साल पहले पर्रिकर की नीतियों के विरोध के कारण पद से हटा दिए गए थे,उन्होंने चार प्रमुख मुद्दों पर भी सावंत से जवाब मांगा।
वेलिंगकर ने कहा, “मुख्यमंत्री को हमारे चार सवालों के जवाब देने की आवश्यकता है। गैम्बलिंग (जुआ) को नियंत्रित करने के लिए सात साल से कोई गेमिंग कमीशन क्यों नहीं गठित किया गया है, किस तारीख तक कैसिनो को मांडोवी रिवर से बाहर ले जाया जाएगा, और वे अंतत: कहां स्थानांतरित किए जाएंगे।”
कांग्रेस और भाजपा दोनों ही करीब दो दशकों के शासन में कैसिनो गैम्बलिंग के लिए मानदंडों को मानकीकृत करने के लिए एक गेमिंग कमीशन स्थापित करने का वादा करते रहे हैं जो वर्तमान में अनियमित है।
गोवा के कई पांच सितारा होटल लगभग एक दर्जन तटवर्ती कैसीनो और छह अपतटीय कैसीनो के लिए घर हैं, जो विशेष रूप से पणजी से दूर मंडोवी रिवर में स्थित हैं।
गोवा में छह अपतटीय और दर्जनों तटवर्ती इलाकों में कैसिनो संचालित हो रहे हैं, जिन्हें पर्यटकों और स्थानीय लोगों से बढ़ावा व संरक्षण मिलता है।
जब भाजपा विपक्ष में थी तब कैसिनो उद्योग का विरोध किया करती थी लेकिन सावंत अब दावा करते हैं कि कैसिनोउद्योग गोवा की पर्यटन संभावनाओं का अभिन्न हिस्सा है और कहा कि इसे बंद करना उचित नहीं होगा।