बेंगलुरु, 6 जुलाई (आईएएनएस)| भारतीय पुरुष हॉकी सीनियर टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश का मानना है कि गोलकीपरों के लिए आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय विशेष शिविर भारतीय गोलकीपरों के कौशल को निखारने के लिए एक अच्छी पहल है। हॉकी इंडिया के निमंत्रण पर हॉकी के गोलकीपिंग ट्रेनर डेनिस वान डि पोल के मार्गदर्शन में यहां भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) स्थित सेंटर में सात दिवसीय विशेष शिविर का आयोजन किया गया, जिसकी शुरुआत सोमवार को हुई।
इस विशेष शिविर में श्रीजेश के अलावा कृषण बी पाठ, सूरज करकेरा, जुगराज सिंह, पारस मल्होत्रा, जगदीप दयाल, पवन, प्रशांत कुमार चव्हाण और साहिल कुमार नायक ने भी भाग लिया।
श्रीजेश ने कहा, “हमने महत्वपूर्ण बुनियादी बातों पर अपना ध्यान केंद्रित किया है और पेनाल्टी कॉर्नर तथा शूटआउट पर भी बहुत जोर दिया है। हॉकी इंडिया द्वारा शुरू की गई यह एक अच्छी पहल थी क्योंकि यह इस साल के अंत में होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर की तैयारियों के लिए यह हमारी मदद करेगा।”
उन्होंने कहा, “हम जो छोटी-छोटी गलतियां करते हैं, डेनिस ने उसे हमें अच्छी तरह से समझाया है। सभी अभ्यास सत्र काफी अच्छे थे और मुझे विश्वास है कि इस तरह के शिविर से भारत में गोलकीपरों का पूल बनाने में मदद मिलेगी।”
डेनिस नीदरलैंड्स में ड्रिजवर गोएली अकादमी और कोनिनक्लिजके नीदरलैंड्स हाकी बांड से जुड़े हुए हैं और युवा टीम को ट्रेनिंग देते हैं।
डेनिस ने कहा, “शुरू में जब मैं यहां आया तो मैं सोच रहा था कि श्रीजेश, कृष्ण, सूरज और बाकी गोलकीपरों के बीच कुछ असमानता हो सकती है, जिन्हें इस विशेष शिविर के लिए बुलाया गया है। लेकिन उन्होंने अपना कौशल, प्रतिभा और सीखने की उत्सुकता से मुझे चौंका दिया है।”