चीन और बांग्लादेश अरबो डॉलर की परियोजना बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव के तहत सहयोग को बढ़ाने में सहमत हो गए हैं। गुरूवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और चीनी समकक्षी ली केकिआंग के बीच बातचीत हुई थी। दोनों नेताओं ने निवेश, सांस्कृतिक, पर्यटन और जल संरक्षण के कई समझौतों पर हस्ताक्षर किये हैं।
बातचीत के दौरान ली ने बांग्लादेश के साथ उच्च स्तर के करीबी विनिमय, रणनीतिक संयुक्त विश्वास, संयुक्त लाभदायक सहयोग में इजाफा, रणनीतिक संयुक्त भरोसे को मजबूत और लोगो से लोगो की दोस्ती में विस्तार और द्विपक्षीय संबंधों में मजीद विकास पर जोर देने की चीन की इच्छा को व्यक्त किया है।
चीनी प्रधानमंत्री ने कहा कि “दोनों देशों को संचार को तीव्र करना चाहिए। क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मामलो में समन्वय होना चाहिए और क्षेत्रीय शांति, स्थिरता और विकास में सकारात्मक भूमिका निभाना चाहिए।”
शेख हसीना ने कहा कि “दोनों मुल्क शान्ति, स्थिरता, संयुक्त लाभ और शांतिपूर्ण तरीके से विवादों की सुलह करने पर रज़ामंद हुए हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि उनका देश निवेश, व्यापार, सुविधा और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में सहयोग में वृद्धि करने के इच्छुक है। ताकि एक साझा बेहतर भविष्य बना सके।”
शेख हसीना चीन की आधिकारिक यात्रा पर है। बीजिंग के ग्रेट हॉल ऑफ़ द पीपल में बातचीत के लिए प्रधानमंत्री ने रेड कारपेट पर स्वागत किया था। चीन की महत्वकांक्षी परियोजना बीआरआई एशिया, यूरोप और अफ्रीकी राष्ट्रों को जोड़ेगी। हालाँकि इस परियोजना की काफी आलोचना हुई है।
श्रीलंका के हबनटोटा बंदरगाह के चीन के सुपुर्द किये जाने के बाद बीआरआई की आलोचना मजीद तीव्र हो गयी है। कोलोंबो ने साल 2017 में 99 वर्ष के लिए बंदरगाह को बीजिंग के सुपुर्द कर दिया है। मालदीव पर भी चीन का तीन अरब डॉलर का कर्ज है।