सिंधुदुर्ग (महाराष्ट्र), 4 जुलाई (आईएएनएस)| मुंबई-गोवा राजमार्ग की खराब दशा से नाराज होकर कांग्रेस विधायक नितेश राणे व उनके समर्थकों ने अपना गुस्सा सड़क के सब-इंजीनियर को कीचड़ से नहलाकर निकाला और उसे पुल से बांधने का प्रयास किया।
पीड़ित प्रकाश शेडेकर की शिकायत के बाद पुलिस ने राणे व महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी (एमएसपी) के पांच अन्य कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया।
शेडेकर, पीडब्ल्यूडी में सब-इंजीनियर हैं।
पुलिस ने राणे व अन्य पर सरकारी कर्मचारी को रोकने, दुर्व्यवहार, हमला करने से जुड़ी धाराओं में आरोप लगाया है। आगे जांच जारी है।
राज्य भर के पीडब्ल्यूडी कर्मचारियों ने शेडेकर के साथ हुए व्यवहार के खिलाफ आंदोलन शुरू किया है।
एमएसपी अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे ने स्वीकार किया है कि जो भी हुआ गलत है और कहा है कि वह अपने बेटे की तरफ से संबंधित इंजीनियर से माफी मांगेंगे।
नारायण राणे, नितेश राणे के पिता हैं।
इससे पहले दोपहर बाद नितेश राणे के साथ कांकावली नगरपालिका परिषद के अध्यक्ष व राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से जुड़े महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी (एमएसपी) के कार्यकर्ता भी थे। राणे पुल के एक हिस्से पर चल रहे मरम्मत कार्य को देखने गए थे। यह पुल कंकावली के पास गढ़ नदी पर बना है।
उन्होंने सब-इंजीनियर प्रकाश शेडेकर से सड़क की खराब हालात पर सवाल किए और आपत्ति जताई कि लोगों को रोजाना कीचड़ व गड्ढों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने कहा, “लोग इसे रोजाना बर्दाश्त कर रहे हैं..अब इसे आप भी महसूस कीजिए।” इसके बाद लोगों ने कुछ बाल्टी कीचड़ शेडेकर पर फेंक दिया, उन्हें धक्का दिया व घेर लिया।
कुछ कीचड़ नितेश राणे पर भी गिर गया। राणे सड़कों की बुरी स्थिति पर सब-इंजीनियर से स्पष्टीकरण मांग रहे थे। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के आश्वासन पर भी सर्विस रोड का निर्माण अब तक क्यों नहीं किया गया। उन्होंने शेडेकर को सड़क के निर्माण के लिए ’15 दिन का अल्टीमेटम’ दिया।
कार्यकर्ताओं ने जानना चाहा कि ‘किसने उन्हें कंकावली को कीचड़ में डुबोने का अधिकार दिया है’ और जमीनी हकीकत दिखाने के लिए कुछ कार्यकर्ता उन्हें कीचड़ के पास ले गए।
राणे व अन्य कार्यकर्ताओं ने शेडेकर को निर्माणाधीन पुल से बांधने की भी कोशिश की।
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसे लेकर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं, बहुत से लोग इस घटना की निंदा कर रहे हैं।
हालांकि, नारायण राणे ने अपने बेटे का बचाव नहीं किया।
लेकिन नारायण राणे ने कहा कि सड़क की खराब स्थिति की वजह से लोग परेशान हो रहे हैं और स्थानीय अधिकारी उनकी दुर्दशा की उपेक्षा कर रहे हैं।