रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इटली की यात्रा के दौरान कहा कि “यूरोपीय संघ के साथ पूर्ण संबंधों को बहाल करने में रूस को दिलचस्पी है। हम यूरोपीय संघ और रूस के बीच पूर्ण संबंधों को सुधारना चाहते हैं ताकि हमारे महाद्वीपों में शान्ति संरक्षित रहे, सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित रहे।”
उन्होंने कहा कि “हम सभी राजनीतिक ताकतों के साथ एकजुट होकर कार्य करने के लिए तैयार है ताकि यूरोपीय संघ के मतदाताओ से हमें अध्यादेश पत्र मिल सके।” साल 2014 में यूक्रेन संकट के बाद ईयू और रूस के सम्बन्ध काफी तल्ख्पूर्ण हो गए थे।
साल 2014 के बाद से यूरोपीय संघ मोस्को पर लगाये प्रतिबंधों को निरंतर दोबारा लागू करता रहा है और रूस के प्रति एक चयनित दृष्टिकोण को अपनाया है। गुरूवार को रूस के राष्ट्रपति ने पोप फ्रांसिस और इटली के प्रधानमन्त्री गिउसेप्पे कांटे से मुलाकात की थी।
रूस नाटो और ईयू के सदस्य देश इटली के साथ आर्थिक संबंधों को बेहतर करना चाहता है। प्रधानमन्त्री ने रूस को दोबारा जी-7 समूह में शामिल होने के प्रस्ताव दिया है। यूक्रेन के क्रीमिया क्षेत्र पर अधिग्रहण के बाद रूस को आठ ताकतवर देशों के समूह से हटा दिया गया था।
साल 2015 में पॉप फ्रांसिस ने पुतिन से पूर्वी यूरोप में शान्ति लाने के लिए गंभीर और बेहतरीन प्रयास करने का आग्रह किया था। यूक्रेन में सरकार की सेना और अलगावादी समूहों के बीच संघर्ष जारी है जिससे लाखों नागरिकों ने अपनी जान गंवाई है।
रूस और पश्चिमी देशों के बीच सीरिया और यूक्रेन के विवाद को लेकर मतभेद है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने गुरूवार को कहा कि “अमेरिका के साथ रूस हथियार त्यागने और रणनीतिक स्थिरता पर बातचीत के स्तर को बढाने के लिए तैयार है।”