चीन की मीडिया के मुताबिक, तुर्की के राष्ट्रपति रिचप तैयब एर्डोगन ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से कहा कि “शिनजियांग में संजातीय अल्पसंख्यक खुशहाल जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं।” अंकारा ने पूर्व में उइगर मुस्लिमों पर चीन की अत्याचार की आलोचना की है।
एर्डोगन ने बीजिंग में मंगलवार को शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। चार महीनो पहले तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा कि “अधिकतर तुर्की भाषा बोलने वाले उइगर मुस्लिमों के साथ चीन का व्यवहार मानवता के किये बेहद शर्मनाक है। शिनजियांग में मुस्लिम अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे अत्याचार के लिए को समस्त विश्व में काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी
शिनजियांग क्षेत्र में 10 लाख से अधिक उइगर मुस्लिमों को बंदीगृह शिविरों में रखा गया था। बीजिंग ने इन आरोपों को ख़ारिज किया है। चीन के मुताबिक, यह शिक्षण केंद्र हैं जहां प्रशिक्षकों का तहजीब और नौकरी के कौशल को सिखाया जाता है ताकि उन्हें धार्मिक चरमपंथ से दूर रखा जा सके।
अधिकतर मुस्लिम देश चीन के उइगर मुस्लिमों के साथ व्यवहार पर चुप्पी साधकर बैठे हैं। सिर्फ फरवरी में तुर्की ने बयान दिया था और मंगलवार को एर्डोगन ने नरम शब्दों का इस्तेमाल किया था।
सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, तुर्की हमेशा एक चीन नीति पर प्रतिबद्ध है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “शिनजियांग के उइगर मुस्लिम स्वायत्त क्षेत्र में खुशहाली से जीवन व्यतीत कर रहे है। चीन की समृद्धता के लिए शुक्रिया और तुर्की चीन के साथ संबंधों को खराब करने की अनुमति नहीं देगा।”