चेस्टर ली स्ट्रीट, 2 जुलाई (आईएएनएस)| भारत के खिलाफ मिली शानदार जीत से उत्साहित मेजबान इंग्लैंड बुधवार को यहां रिवरसाइड क्रिकेट ग्राउंड पर न्यूजीलैंड के साथ होने वाले आईसीसी विश्व कप-2019 के अपने अंतिम लीग मैच में जीत दर्ज कर सेमीफाइनल में अपना स्थान पक्का करना चाहेगी।
इंग्लैंड की टीम अगर यह मुकाबला हार जाती है और पाकिस्तान की टीम अगर बांग्लादेश को हरा देती है तो फिर पाकिस्तान की टीम सेमीफाइनल में पहुंच जाएगी।
वहीं, दूसरी तरफ न्यूजीलैंड की टीम अगर इंग्लैंड के हाथों यह मैच गंवा देती है तो फिर बांग्लादेश और पाकिस्तान, दोनों के लिए सेमीफाइनल में पहुंचने की संभावनाएं बढ़ जाएंगी।
इंग्लैंड की टीम को श्रीलंका और आस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार के बाद काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। लेकिन, टीम ने इस आलोचनाओं को सकारात्मक रूप से लेते हुए भारत के खिलाफ शानदार वापसी की और उसे 31 रनों से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचने की अपनी उम्मीदों को जिंदा रखा।
सलामी बल्लेबाज जॉनी बेयरस्टो और जेसन रॉय ने भारत की मजबूत गेंदबाजी के खिलाफ टीम को बेहतरीन शुरुआत दी। बेयरस्टो के बेहतरीन शतक की मदद से इंग्लैंड ने 338 रनों का विशाल स्कोर बनाया।
बल्लेबाजी के अलावा टीम ने गेंदबाजी विभाग में भी अच्छा प्रदर्शन किया और भारत को पांच विकेट पर 306 रनों पर रोक दिया।
अंकतालिका में इंग्लैंड की टीम इस समय आठ मैचों में 10 अंकों के साथ चौथे नंबर पर है जबकि न्यूजीलैंड की टीम इतने ही मैचों में 11 अंकों के साथ इंग्लैंड से एक स्थान ऊपर तीसरे नंबर पर है।
न्यूजीलैंड को पाकिस्तान और आस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछले दो मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है।
दोनों मैचों में टीम की बल्लेबाजी सही नहीं रही थी और अब वे इंग्लैंड के खिलाफ मैच में इसमें सुधार करना चाहेंगे।
कप्तान केन विलियम्सन को अपने विस्फोटक बल्लेबाज मार्टिन गुप्तिल से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी, जो उन्होंने 2015 के विश्व कप में किया था।
गेंदबाजी में तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने आस्ट्रेलिया के खिलाफ हैट्रिक ली थी और टीम को अब उनसे इंग्लैंड के खिलाफ भी ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी।
इंग्लैंड-न्यूजीलैंड के बीच होने वाले इस मैच में पाकिस्तानी दर्शक भी न्यूजीलैंड की टीम का सपोर्ट करते नजर आ सकते हैं क्योंकि अगर कीवी टीम यह मैच जीतती है तो फिर पाकिस्तान के लिए सेमीफाइनल की राह आसान हो जाएगी।
टीमें :
न्यूजीलैंड : केन विलियम्सन (कप्तान), टॉम ब्लंडल, ट्रेंट बोल्ट, कोलिन डी ग्रांडहोम, लॉकी फग्र्यूसन, मार्टिन गुप्टिल, टॉम लाथम, कोलिन मनुरो, जिमी नीशम, हेनरी निकोलस, मिशेल सैंटनर, ईश सोढी, टिम साउदी, रॉस टेलर।
इंग्लैंड : इयोन मोर्गन (कप्तान), मोइन अली, जोफ्रा आर्चर, जॉनी बेयरस्टो (विकेटकीपर), जोस बटलर, टॉम कुरैन, लियाम डॉसन, लियाम प्लंकट, आदिल राशिद, जोए रूट, बेन स्टोक्स, जेम्स विंस, क्रिस वोक्स, मार्क वुड।