ऑस्ट्रेलिया की जनता ने कुछ सप्ताह पहले समलैंगिक शादी के पक्ष में भारी मतदान करते हुए इसका समर्थन किया था। अब गुरूवार को ऑस्ट्रेलिया की संसद ने समलैंगिक विवाह को अनुमति प्रदान कर दी है।
संसद की मंजूरी मिलने के बाद समलैंगिक विवाह किए जाने का रास्ता बिल्कुल साफ हो गया है। संसद में समलैंगिक विवाह बिल के समर्थन में भारी बहुमत प्राप्त हुआ।
जानकारी के मुताबिक मंजूरी मिल जाने के बाद इस तरह की पहली समलैंगिक शादी फरवरी में होने की संभावना है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया की संसद में भावनात्मक भाषण के बाद ज्यादातर सासंदों ने समलैंगिक विवाह विधेयक के पक्ष में मतदान किया जबकि केवल चार सांसदों ने विधेयक के खिलाफ मतदान किया।
ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री मैल्कम टर्नबुल ने बिल के पारित होने के बाद कहा कि यह ऑस्ट्रेलिया है: निष्पक्ष, विविध, प्यार और सभी के लिए सम्मान।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट पडे़ नरम
टर्नबुल के खुशी जाहिर करते हुए कहा कि क्या दिन है, प्यार का एक दिन, समानता के लिए। ऑस्ट्रेलिया ने यह किया है! टर्नबुल ने कहा कि आज हमने प्यार के लिए वोट दिया है, समानता के लिए, यह अधिक विवाह, अधिक प्रेम, और सम्मान के लिए समय है।
लेबर पार्टी के नेता बिल शॉर्टन ने इस विधेयक के पारित होने के बाद कहा कि नए कानून ने आधुनिक ऑस्ट्रेलिया का निर्माण किया है। समलैंगिक अधिकारों के हितैषी लोगों ने ऑस्ट्रेलियाई संसद की प्रशंसा की है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री टोनी एबॉट शुरूआत में समलैंगिक विवाह के कट्टर आलोचक थे। लेकिन अब संसद में इस बिल के पारित होने के बाद वो भी नरम पड़ गए है।
टोनी ने कहा है कि जब यह समलैंगिक विवाह की बात आती है तो ऑस्ट्रेलिया ने जनता के बीच वोट के माध्यम से उनके विचार जाने है। यह सबसे अच्छा तरीका है।