ईरान के वीजा के लिए अब चीन के पर्यटकों को ज्यादा इन्तजार नहीं करना होगा। स्थानीय मीडिया ने रविवार को रिपोर्ट में बताया कि प्रतिबंधों से प्रभावित देश अब आर्थिक संकट से उभरने के लिए पर्यटन को बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। ईरान की स्टेट न्यूज़ एजेंसी ने बताया कि “कैबिनेट ने ईरान में चीनी नागरिकों के प्रवेश के लिए वीजा की जरूरतों में रियायत पर मंज़ूरी दे दी है।”
पर्यटन का प्रचार
पर्यटन बोर्ड के प्रमुख अली असग़र मौसेसन ने कहा कि “हमारा मकसद देश के विभिन्न आकर्षण के जरिये प्रतिवर्ष 20 लाख चीनी नागरिकों की मेज़बानी करना है। इस क्षेत्र इ कोई प्रतिबन्ध लागू नहीं है और शायद यह आर्थिक परेशानियों से राहत दे सकता है।”
अमेरिका ने बीते वर्ष ईरान के साथ हुई वैश्विक परमाणु संधि को तोड़ दिया था और तेहरान पर सभी प्रतिबंधों को वापस थोप दिया था। इन प्रतिबंधों ने ईरान के तेल निर्यात और अंतरराष्ट्रीय वित्तीय ट्रांसक्शन को निशाना बनाया था और देश की आर्थिक मंदी के दौर का यह सबसे बड़ा कारण है।
आइआरएनए के मुताबिक, करीब 52000 चीनी पर्यटकों ने मार्च तक ईरान की यात्रा की थी। हाल ही में ईरान ने ऐलान किया था कि पर्यटकों के पासपोर्ट पर लम्बे समय तक नहीं लगाए जायेंगे। चीन ईरान की वैष्विक साझेदारों के साथ हुई वैश्चिक संधि का महत्वपूर्ण सहयोगी है।
ईरान ने परमाणु संधि की कुछ प्रतिबद्धताओं से पीछे हटने की धमकी दी थी यदि शेष संधि के साझेदारों ने यदि इस डील को बचाने के लिए कार्य नहीं किया तो वह अधिक यूरेनियम का उत्पादन करेंगे।