रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि वे अगले साल मार्च 2018 में होने वाले राष्ट्रपति चुनावों में फिर से इस पद के लिए उम्मीदवारी पेश करेंगे। पुतिन ने संकेत दिए है कि वो अगले साल वापस से रूसी संघ के राष्ट्रपति पद का चुनाव लडेंगे।
अगर पुतिन चुनाव जीत जाते है तो फिर से 6 साल यानि साल 2024 तक वो राष्ट्रपति पद पर बने रह सकते है। अगर ऐसा हो गया तो यूसुफ स्टालिन के बाद व्लादिमीर पुतिन सबसे लंबे समय तक रूसी नेता बनने का खिताब हासिल कर सकेंगे।
पुतिन ने पिछले 17 सालों से सत्ता पर काबिज है। अगले साल भी पुतिन के ही जीतने की सर्वाधिक उम्मीद है। 65 साल के पुतिन ने फिर राष्ट्रपति बनने की ख्वाहिश जताकर साफ कर दिया है कि वो देश की सत्ता पर काबिज रहना चाहते है।
दरअसल निज़नी नोवोगोरोड में कार फैक्ट्री की एक यात्रा के दौरान उन्होंने इस बात का ऐलान किया। पुतिन ने कहा कि मैं रूसी संघ के राष्ट्रपति पद के लिए अगले साल अपनी उम्मीदवारी की पेशकश करूंगा।
इस घोषणा के बाद कार फैक्ट्री के श्रमिक उत्साह से परिपूर्ण हो गए। पुतिन ने कहा कि शायद इस जगह से बेहतर कोई अन्य जगह नहीं है जहां पर इसकी घोषणा की गई हो।
पुतिन ने मौजूद लोगों के सामने कहा कि रूस केवल आगे बढ़ेगा। रूस को आगे बढ़ने की दिशा से कोई भी नहीं रोक सकता है। संभावना है कि अगर पुतिन अगले साल राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ते है तो आसानी से जीत जाएंगे।
पुतिन सरकार पर लगते है भ्रष्टाचार के आरोप
पुतिन के मुख्य विपक्षी नेता अलेक्सी नेवलनी फिलहाल धोखाधड़ी के केस में फंसे हुए है। ऐसे में इसे चुनाव लड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। पुतिन के आलोचकों की संख्या भी कम नहीं है।
पुतिन के शासन में भ्रष्टाचार, गरीबी और खराब स्वास्थ्य सेवा मुख्य समस्या है। कार फ्रैक्ट्री में जाने से कुछ घंटे पहले पुतिन ने मॉस्को में स्वयंसेवकों के लिए एक चमकदार समारोह का दौरा किया था।
यहां पर पुतिन ने शामिल समर्थकों से कहा कि “मैं पूछना चाहता हूं, क्या आप मुझ पर भरोसा करते है और मेरी सहायता करेंगे?” इस पर ज्यादातर युवा लोगों ने हां के पक्ष में जवाब दिया।
रूस के राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री दिमीत्री मेदवेदेव पर भी जल्द से फैसला लेना होगा। क्योंकि उन पर भी कथित रूप से भ्रष्टाचार के आरोप लगाए जाते है। हालांकि दिमीत्री पर पुतिन का पूरा नियंत्रण माना जाता है।
17 साल से लगातार सत्ता हाथ में
व्लादिमीर पुतिन साल 1999 से किसी ना किसी रूप में रूस की सत्ता पर काबिज हैं। साल 1999 में तत्कालीन रुसी राष्ट्रपति बोरिस येल्टसिन द्वारा आकस्मिक इस्तीफा देने पर पुतिन को अस्थायी राष्ट्रपति बनाया गया था। एक साल राष्ट्रपति रहने के बाद साल 2000 में जब रूस में चुनाव हुए तो पुतिन नें इसमें भारी जीत हासिल की।
इसके बाद पुतिन अगले 8 सालों के लिए साल 2008 तक रूस के राष्ट्रपति रहे। साल 2008 में पुतिन को रूस का प्रधानमंत्री चुना गया, जिसके बाद उन्होंने अगले 4 साल प्रधानमंत्री पद संभाला। साल 2012 में पुतिन फिर से राष्ट्रपति चुने गए थे।
यदि पुतिन फिर से चुनाव जीतते हैं, तो वे रूस के इतिहास में सबसे ज्यादा बार राष्ट्रपति बनने वाले व्यक्ति बन जायेंगे।