क़तर ने नकदी के संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में 3 अरब डॉलर निवेश करने का निर्णय लिया है ताकि उनकी बिगड़ती अर्थव्यवस्था को संभाला जा सके। क़तर के विदेश मंत्री शेख तमीम बिन हमद अल ठानी की दो दिवसीय पाकिस्तानी यात्रा के बाद सोमवार को ऐलान किया गया था।
पाकिस्तान में इमरान खान की सरकार नकदी संकट से जूझने के लिए जंग लड़ रही है। क़तर न्यूज़ एजेंसी ने कहा कि “एचएच शेख तमीम बिन हमद अल ठानी के निर्देशों पर एचई उप प्रधानमंत्री और विदेश मामलो के मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल ठानी ने इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान में प्रत्यक्ष निवेश और डिपोसिट के रूप में तीन अरब डॉलर की रकम निवेश करने का ऐलान किया है।”
न्यूज़ के मुताबिक, इस नए निवेश पैकेज के साथ क़तर-पाकिस्तानी आर्थिक साझेदारी अब 9 अरब डॉलर पर पहुंच जाएगी। ट्वीटर पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के वित्तीय सलाहकार अब्दुल हफ़ीज़ शेख ने ट्वीटर पर कहा कि “हम विदेश मामलो के मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल ठानी ने इस्लामिक गणराज्य पाकिस्तान में प्रत्यक्ष निवेश और डिपोसिट के रूप में तीन अरब डॉलर की रकम निवेश करने का ऐलान और दोनों देशों के बीच संबंधों को विकसित करने के क़तर की प्रतिबद्धता के लिए शुक्रगुजार है।”
पाकिस्तान को बेलआउट पैकेज मुहैया करने वाल क़तर चौथा राष्ट्र है इससे पूर्व सऊदी अरब, चीन और यूएई ने मुहैया किया था। चीन ने पाकिस्तान को व्यावसायिक कर्ज और डिपॉजिट के आकार में 4.6 अरब डॉलर की रकम दी थी। सऊदी अरब ने तीन अरब डॉलर देने का ऐलान किया था और तेल निर्यात में 3.2 अरब डॉलर की रकम में रियायत देने का ऐलान किया था।
यूएई ने पाकिस्तान को दो अरब डॉलर का पैकेज दिया है। बीते माह इस्लामाबाद अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ छह अरब डॉलर के बेलआउट पैकेज के समझौते पर पहुंच गया था। इस समझौते का 3 जुलाई को आईएमएफ के एग्जीक्यूटिव बोर्ड की मंज़ूरी मिलने की उम्मीद है।