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    donald trump

    अमेरिका (america) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (donald trump) इस सप्ताहांत में दक्षिण कोरिया (south korea) की यात्रा पर जायेंगे। हाल ही में किम जोंग उन (kim jong un) और डोनाल्ड ट्रम्प (donald trump) के बीच खतो का आदान-प्रदान हुआ था और इससे वार्ता के बहाल होने की उम्मीदे बढ़ गयी थी, इसका मकसद उत्तर कोरिया (north korea) के परमाणु कार्यक्रम को खत्म करना था।

    मून की प्रवक्ता को मीन जुंग ने कहा कि डोनाल्ड ट्रम्प शनिवार को दो दिवसीय दक्षिण कोरिया की यात्रा पर जाने के लिए तैयार है और वह रविवार को राष्ट्रपति मून जे इन से मुलाकात करेंगे। इससे पूर्व जापान में जी-20 नेताओं की बैठक होगी।इससे चंद घंटो पूर्व अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ ने कहा था कि ट्रम्प द्वारा किम को भेजे गए खत से वार्ता बहाल करने में मिलेगी।

    दोनों नेताओं के बीच फरवरी में हनोई में दूसरी मुलाकात के बाद से वार्ता ठप पड़ी है। को ने कहा कि “शान्ति की  स्थापना के लिए एकजुट होकर कार्य करने के तरीको पर दोनों नेता गहन चर्चा करेंगे। ट्रम्प ने व्हाइट हाउस में पत्रकारों से कहा कि किम ने उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाये भेजी है। ये बेहद मैत्रीपूर्ण खत था और हमारे बेहद अच्छे सम्बन्ध है।”

    पोम्पिओ ने पत्रकारों से कहा कि “मैं आशावादी हूँ कि यह शुरुआत में हमें एक बेहतर नींव मुहैया करेंगे।” दक्षिण कोरिया के अधिकारी ने कहा कि “ट्रम्प दोनों कोरिया को अलग करने वाले सेना रहित क्षेत्रों में यात्रा करने पर विचार रहे हैं। ट्रम्प प्रशासन के अधिकारी ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए कहा कि “दक्षिण कोरिया की यात्रा के दौरान किम से मुलाकात की कोई योजना नहीं है।”

    डोनाल्ड ट्रम्प ने साल 2017 में सेना रहित क्षेत्र में यात्रा की योजना बनायीं थी लेकिन भारी धुंध के कारण ऐसा संभव नहीं हो सका था। इस पर किम और मून ने ऐतिहासिक सम्मेलन का आयोजन किया था। डोनाल्ड ट्रम्प और किम जोंग उन के बीच  मुलाकात बीते वर्ष सिंगापुर में हुई थी।

    इस वर्ष फरवरी में हनोई में आयोजित मुलाकात बगैर किसी समझौते के समाप्त हो गयी थी दोनों ही पक्ष प्रतिबंधों से रियायत के मामले में असफल साबित हुए थे। अमेरिका के रक्षा ख़ुफ़िया विभाग के निदेशक लेफ्टिनेनेट जनरल रोबर्ट अश्लेय ने कहा था कि ख़ुफ़िया समुदाय को अब भी यही लगता है कि किम अपने परमाणु हथियारों का त्याग करना नहीं चाहता है।”

    अमेरिका के उत्तर कोरिया के विशेष राक्जदूत स्टेफेन बिगुन ने कहा था कि वांशिगटन बिना किसी पूर्व शर्त के बातचीत के लिए तैयार है लेकिन उत्तर कोरिया को निरस्त्रीकरण की तरफ फलदायी और निरीक्षित प्रगति करने की जरुरत है। फरवरी में वार्ता के रद्द होने के बाद उत्तर कोरिया ने कई शोर्ट रेंज मिसाइल का परिक्षण किया था।

    11 जून को डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि “उन्हें किम का बेहद खूबसूरत पत्र मिला है और उनके मुताबिक कुछ सकारात्मक होने वाला है। उत्तर कोरिया की न्यूज़ एजेंसी के मुताबिक,रविवार को किम को ट्रम्प की तरफ से पत्र मिला था जिसमे लेख की भाषा उत्तम थी।

    सीओल में एशियाई इंस्टिट्यूट फोर पालिसी स्टडीज के वरिष्ठ फेलो बॉम चुल ने कहा कि “ट्रम्प शायद नए सिरे से कार्यकारी स्तर की वार्ता को प्रस्तावित कर सकते हैं लेकिन अभी कोई चमत्कार होना संभव नहीं है। उत्तर कोरिया प्रदर्शित करेगा कि निरस्त्रीकरण की अंतिम स्थिति क्या है और अंत तक पहुंचने का क्या रोडमैप होता है।”

    By कविता

    कविता ने राजनीति विज्ञान में स्नातक और पत्रकारिता में डिप्लोमा किया है। वर्तमान में कविता द इंडियन वायर के लिए विदेशी मुद्दों से सम्बंधित लेख लिखती हैं।

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