अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ जल्द ही भारत की यात्रा पर आएंगे और अमेरिका ने शुक्रवार को भारत से आग्रह किया है कि वह रूस के एस-400 रक्षा प्रणाली को न ख़रीदे क्योंकि यह कासटा के तहत प्रतिबंधों को न्योता देगा।
अमेरिका के राज्य विभाग के अधिकारी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि “एस-400 का सम्मान करते हुए हम भारत सहित अपने सहयोगियों और साझेदारों से इसे न खरीदने का आग्रह करते हैं क्योंकि यह कासटा (अमेरिका द्वारा रूस के लिए बनाये विशेष प्रतिबन्ध कानून) के जोखिम को मजीद बढ़ा देगा।”
उन्होंने कहा कि “यह सही वक्त है कि हम भारत को तलाशने के लिए प्रोत्साहित करे।” अमेरिका के नाटो सहयोगी तुर्की के साथ भी एस-400 को खरीदने के के लिए मतभेद जारी है। भारत ने रूस के साथ पांच एस-400 रक्षा प्रणाली को 5.43 अरब डॉलर में खरीदने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किये थे।
इस रक्षा प्रणाली को खरीदने का निर्णय बीते वर्ष नई दिल्ली में 19 वीं वार्षिक भारत-रूस द्विपक्षीय सम्मेलन के दौरान लिया गया था। अमेरिका के प्रतिबंधों के खतरे के बावजूद रूस के साथ इस समझौते पर भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हस्ताक्षर किये थे।
अमेरिका ने इससे पूर्व चीन के उपकरण विकास विभाग पर रूस से सुखोई लड़ाकू विमान खरीदने और एस-400 मिसाइल खरीदने के लिए प्रतिबन्ध लगाए थे जिसे भारत भी खरीदने की इच्छा रखता है। इससे अमेरिका और चीन के बीच कूटनीतिक मतभेद बढ़ गए थे।
अमेरिका ने भारत को इस माह के शुरुआत में एस-400 खरीदने पर अप्रत्यक्ष तौर पर चेतावनी जारी की थी। अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोम्पिओ की आगामी यात्रा के दौरान यह चर्चा का प्रमुख मुद्दा होगा।
25 से 27 जून तक की यात्रा के दौरान माइक पोम्पिओ एक प्रमुख सार्वजानिक भाषण देंगे, भारतीय युवाओं की अगली पीढ़ी को सम्बोधित करेंगे और मुश्किल मामलो जैसे आईटी कर्मचारियों के लिए एच-1 वीजा और डाटा स्थानीयकरण भारतीय योजना पर बातचीत करेंगे।”