रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और शिखर धवन (Shikhar Dhawan) की जबरदस्त सफल ओपनिंग साझेदारी में संचार सबसे बड़ी चीज रही है और भारतीय उपकप्तान केएल राहुल (KL Rahul) के साथ उसी स्तर की समझ बनाना चाहते हैं जब तक कि विश्व कप खत्म नही हो जाता है।
धवन के खंडित बाएं हाथ ने राहुल को विश्व कप जैसे मंच पर ओपनिंग करने का मौका दिया है, लेकिन उनके वरिष्ठ सलामी साथी को भरोसा है कि वे धीरे-धीरे इस तरह के बड़े आयोजन में आवश्यक संचार के सही स्तर का निर्माण कर पाएंगे।
पाकिस्तान के खिलाफ मैच में, रोहित ने केएल राहुल से पहले स्ट्राइक लेने को कहा, जैसा कि वह शिखर धवन के साथ भी करते नजर आए है।
रोहित ने कहा, ” हां, केएल राहुल भी स्ट्राइक लेना पसंद करते है, और मेरे लिए उनको यह मौका देना महत्वपूर्ण था क्योंकि वह मेरी तरह पहली गेंद खेलने की मानसिकता रखते है। यही उनकी सहूलियत है। वह यहां सलामी बल्लेबाजी के रुप में अपनी पहला मैच खेल रहे थे, इसलिए मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि वह सहज हो।”
राहुल भी अपनी तरफ से जानते थे कि यह उनके लिए कितना बड़ा मौका है और उन्हे धवन की जगह लेनी थी जो की उनके लिए कोई छोटा काम नही होने वाला था।
राहुल ने मैच के बाद संवाददाताओ से बात करते हुए कहा, ” निश्चित रुप से शिखर और रोहित पिछले 3-4 साल से एक शानदार जोड़ी रही है। उन पदों पर उनका स्वामित्व है। मुझे इंतजार करना पड़ा और मैं खुश हूं मुझे टॉप आर्डर में बल्लेबाजी करने को मिली।”
हालांकि, 136 की अपनी साझेदारी के दौरान, कुछ ऐसे मौके आए जब दोनों के बीच संवाद की कमी के कारण रोहित रन आउट होने से कई बार बचे।
लेकिन चैंपियन सलामी बल्लेबाज इस नई चुनौती के लिए खेल रहे हैं क्योंकि अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में हर दिन नई बाधाएं दूर करनी होती है।”
रोहित ने कहा, ” ये आपके सामने आने वाली चुनौतियां हैं – ये समझना होगा की कब आपको दो भागना है, और कब आपको एक रन भागना है। ये बहुत छोटी छोटी चीजें हैं, लेकिन निश्चित रूप से, अंततः वे टीम के लिए बहुत कुछ जोड़ते हैं क्योंकि उस समय हम कभी भी रन आउट नहीं होना चाहते थे। ऐसा करने के लिए हमारे दिमाग में आखिरी बात थी।”