अमेरिका (America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने ईरान (Iran) को आतंकी राष्ट्र करार दिया है और हाल ही में होरमुज़ जलमार्ग पर टैंकरों पर हमले के लिए तेहरान को जिम्मेदार ठहराया है। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि ईरान की दोष को अमेरिका ने उजागर कर दिया है।
फॉक्स न्यूज़ चैनल को दिए बयान में उन्होंने कहा कि गुरुवार को हुए हमले को तेहरान ने ही अजाम दिया था। हालांकि ईरान ने इस हमले में शामिल होने को बात से इनकार किया है। एक जारी वीडियो में दिखाया गया है कि ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्ड्स जापानी टैंकर कोकुक से विस्फोट नही हुए पदार्थो को हटा रहे थे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने इस हमले पर अमेरिका की प्रतिक्रिया को जाहिर नही किया लेकिन कहा कि अमेरिका प्रतिबंधों को लेकर बेहद सख्त है। हमने बेहद कड़े लहजे में कहा है कि हम उन्हें वार्ता के लिए वापस लाना चाहते है।
हाल जी में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने ईरान की यात्रा की थी।आबे अमेरिकी राष्ट्रपति के खास दोस्त है और दोनो देशो के बीच मध्यस्थता के लिए ईरानी यात्रा पर गए थे। डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान को चेतावनी दी कि वह होर्मुज के जलमार्ग को बंद न करे क्योंकि अगर वह करता है तो वह ज्यादा समाय तक ऐसा नहीं कर पायेगा।
हमले का आरोप ईरान पर लगाते हुए माइक पोम्पिओ ने कहा कि “13 जून को टैंकर पर हुए हमला ईरान या ईरानी समर्थी हमले की सूची में शुमार था। यह स्पष्ट तौर पर शान्ति, सुरक्षा और नौचालन की स्वतंत्रता के लिए खतरा है।
ईरानी विदेश मंत्री ने कहा कि “अमेरिका की सरकार बीते दो वर्षों से सभी अंतरराष्ट्रीय ढांचों और नियमो का उल्लंघन कर रही है। अमेरिका अपनी अर्थव्यवस्था, वित्त और सैन्य संसाधनों का इस्तेमाल कर आक्रमक दृष्टिकोण अपना रहा है और वह मौजूदा समय में क्षेत्र और विश्व के लिए खतरा बना हुआ है।”