मुंबई, 14 जून (आईएएनएस)| सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे (Uddhav thackeray) की अगुवाई वाली एक समिति ने प्रस्तावित बालासाहेब ठाकरे स्मारक के लिए एक प्रसिद्ध वास्तुकार को चुनने में कथित तौर पर महाराष्ट्र सरकार की उपेक्षा की है।
आरटीआई के एक जवाब में यह खुलासा हुआ है।
मुंबई के सूचना अधिकार कार्यकर्ता अनिल गलगली ने पत्र लिखकर मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) से दादर के शिवाजी पार्क में समुद्र के पास प्रमुख भूखंड पर बनने वाले स्मारक के बारे में जानकारी मांगी थी। इससे पहले यह जगह शहर के मेयर का आधिकारिक आवास होती थी।
उन्होंने कहा, “आरटीआई जवाब के अनुसार, उद्धव ठाकरे की अध्यक्षता वाली नौ सदस्यीय बालासाहब ठाकरे मेमोरियल कमेटी (बीटीएमसी) ने आगे बढ़कर 100 करोड़ रुपये के स्मारक के लिए जानी-मानी कंपनी आभा नारायण लांबा एंड एसोसिएट्स को प्रोजेक्ट मैनेजर व वास्तुकार के रूप में नियुक्त किया है।”
गलगली ने कहा कि आदर्श रूप से इस महत्वपूर्ण काम के लिए विज्ञापन दिया जाना चाहिए और ऐतिहासिक स्मारक के डिजाइन के लिए वैश्विक निविदाएं मांगी जानी चाहिए, जिसके लिए भूमि व निर्माण का खर्चा राज्य सरकार दे रही है।
बीटीएमसी के चेयरमैन उद्धव ठाकरे ने एक मार्च को एमएमआरडीए आयुक्त को लिखा कि लांबा व एसोसिएट्स को विस्तृत योजना, बजट अनुमान व स्मारक के लिए निविदा प्रक्रिया को तैयार करने के लिए नियुक्त किया गया है।
गलगली ने कहा, “इसमें कहा गया कि अनुबंध पर पहले ही आर्किटेक्ट कंपनी साथ हस्ताक्षर किए जा चुके हैं और यह प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से की गई। सच्चाई यह है कि हमने ऐतिहासिक स्मारक को डिजाइन करने की वैश्विक स्पर्धा का सुनहरा अवसर खो दिया।”
उन्होंने कहा कि उन्होंने इस बारे में मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को पत्र लिखकर जानना चाहा है कि यह सुनहरा अवसर क्यों गंवा दिया गया।