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    शिखर धवन

    भारत के स्टार ओपनर खिलाड़ी शिखर धवन (Shikhar Dhawan) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 9 जून को खेले गए मैच के दौरान बल्लेबाजी करते वक्त अंगूठे पर चोट आई थी। जैसे की अब भारत का अगला मैच पाकिस्तान के खिलाफ है, ऐसे में इस बड़े मैच से पहले शिखर धवन की अनुपस्थिती में टीम के संयोजन में बहुत परेशानी हो रही है। जैसी की धवन मेनचेस्टर में भारत के खिलाफ नही खेलेंगे तो ऐसे प्रश्न खड़े हो रहे है कि धवन को अपनी फिटनेस हासिल करने में और कितना वक्त लगेगा।

    भारत के पूर्व कप्तान और सलामी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने इंडिया टुडे के साथ एक खास बातचीत में ‘फाइटर’ धवन पर विश्वास जताते हुए कहा कि उनका मानना है कि सेमीफाइनल और फाइनल को ध्यान में रखते हुए उन्हें इस स्तर पर खेलना जरूरी नहीं है। वहां वो भारत की सफलता के लिए महत्वपूर्ण होंगे।

    तेंदुलकर ने उस बात को याद किया जहां उन्होने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2009 में टूटी हुई उंगली के साथ मैच खेला था और उनका मानना है कि अगर जरुरत पड़ी तो, धवन भी यह सामान्य चीज टीम के लिए करेंगे।

    सचिन ने कहा, ” मैंने न्यूजीलैंड के खिलाफ 2009 के दौरे में एक टूटी हुई उंगली के साथ खेला था। मुझे याद है पहला मैच हेमिल्टन मे था और मैं जब कैच कर रहा था तो मेरी अंगूली पर चोट आ गई थी। मैंने उस दौरान अपनी उंगली को बचाने के लिए उसके चारो और मोटा कपड़ा बांध रखा था। मुझे लगता है कि खिलाड़ियो को थोड़ी परेशानी के साथ खेलने की आदत डालनी चाहिए और मैं जानता हूं कि शिखर फाइटर है और वह जल्द फाइट करते हुए वापसी करेंगे।”

    सचिन ने कहा धवन को आईसीसी टूर्नामेंटो में अपने आप को ज्यादा साबित करने की जरुरत नही है क्योंकि उनके आकड़े उनके प्रदर्शन के बारे में बताते है।

    सचिन ने कहा, ” उनके आकड़े खुद उनके लिए बोलते है और उनके लिए बाहर जाने वाला कोई शब्द प्रयोग में नही आ सकता है क्योंकि उन्होने आईसीसी टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया था। जो उनको करना है फिट होना है, और फिर एक शानदार कमबैक करके अच्छी पारी खेलनी है।”

    एक सवाल जो तेंदुलकर से पूछा गया कि खिलाड़ियो को ऐसी चोटो से कैसे बचना चाहिए और टीम को ऐसी परिस्थितियो में क्या करना चाहिए: तेंदुलकर ने अपनी राय रखते हुए कहा की अगर धवन अपनी फील्डिंग के दौरान सहज दिखते है तो यह महत्वपूर्ण है। अगर वह कैच और फील्डिंग करते वक्त दर्द महसूस नही करते है, तो सचिन का मानना है की वह आखिरी तक टूर्नामेंट खेल सकेंगे।

    सचिन ने कहा, ” जैसे की अंगूठे के कारण बल्लेबाजी करनी आसान नही है। लेकिन मैं फील्डिंग को लेकर ज्यादा चिंतित है और मैं यह सारी बाते पैट्रिक फरहार्ट पर छोड़ रहा हूं, लेकिन अगर वह फिट नही होते है तो मैं नही चाहता हूं कि वे इस जोखिम के साथ खेले है। नाकऑउट मैच विश्वकप के सबसे महत्वपूर्ण मैच होते है अगर वह बिना दर्द के कैच कर पाते है तो मैं कह सकता हूं वह आगे खेल सकता हूं।”

    पाकिस्तान के खिलाफ शिखर धवन के ना होने पर रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग करने केएल राहुल उतर सकते है। भारत इस समय अंक तालिका में पांच अंको के साथ तीसरे स्थान पर है।

    By अंकुर पटवाल

    अंकुर पटवाल ने पत्राकारिता की पढ़ाई की है और मीडिया में डिग्री ली है। अंकुर इससे पहले इंडिया वॉइस के लिए लेखक के तौर पर काम करते थे, और अब इंडियन वॉयर के लिए खेल के संबंध में लिखते है

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