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    पेट्रोल एवं डीजल

    नई दिल्ली, 14 जून (आईएएनएस)| ईंधन और विनिर्माण क्षेत्र की वस्तुओं के दाम में नरमी रहने से बीते महीने मई में थोक महंगाई दर में कमी आई। देश में बीते महीने थोक महंगाई दर 2.45 फीसदी दर्ज की गई, जबकि इससे पहले अप्रैल में थोक महंगाई दर 3.07 फीसदी रही। थोक महंगाई दर के आधिकारिक आंकड़े शुक्रवार को जारी किए गए।

    वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, सालाना आधार पर भी थोक महंगाई दर में इस साल मई में कमी दर्ज की गई है, क्योंकि पिछले साल मई महीने में थोक महंगाई दर 4.78 फीसदी थी।

    मंत्रालय ने थोक मूल्य सूचकांक की अपनी समीक्षा में कहा, “मासिक डब्ल्यूपीआई(थोक मूल्य सूचकांक) पर आधारित सालाना महंगाई दर मई 2019 में 2.45 फीसदी दर्ज की गई, जबकि पिछले साल 2018 के इसी महीने में थोक महंगाई दर 4.78 फीसदी थी।”

    मंत्रालय ने अनुसार, चालू वित्त वर्ष में अब तक महंगाई दर 1.08 फीसदी रही, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 1.72 फीसदी थी।

    प्राथमिक क्षेत्र की वस्तुओं का योगदान डब्ल्यूपीआई के कुल भार में 22.62 फीसदी होता है। इन वस्तुओं की महंगाई सालाना आधार पर 3.79 फीसदी से बढ़कर 6.16 फीसदी हो गई।

    इसी प्रकार खाद्य पदार्थो की कीमतों में तीव्र वृद्धि हुई। इनकी कीमतें 1.74 फीसदी से बढ़कर 6.99 फीसदी हो गई। इस श्रेणी का भार डब्ल्यूपीआई सूचकांक में 15.26 फीसदी होता है।

    ईंधन और पॉवर की कीमतों में 0.98 फीसदी का इजाफा हुआ, जबकि पिछले साल 12.65 फीसदी वृद्धि दर्ज की गई थी। डब्ल्यूपीआई में इनका भार 13.15 फीसदी होता है।

    विनिर्माण वस्तुओं के दाम में 1.28 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई, जबकि पिछले साल यह दर 3.82 फीसदी थी।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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