कोल्लम (केरल), 13 जून (आईएएनएस)| केरल में एक चर्च के कब्रिस्तान के रखरखाव को लेकर 31 दिनों तक चले विरोध प्रदर्शन के बाद आखिरकार गुरुवार की सुबह 75 वर्षीय महिला के शव को कड़ी सुरक्षा के बीच दफनाया गया।
मर थोमा चर्च में अन्नम्मा का अंतिम संस्कार बिशप के साथ प्रार्थनाओं के बीच किया गया।
अन्नम्मा की मौत 14 मई को बढ़ती उम्र की परेशानियों की वजह से हो गई थी, लेकिन उनका अंतिम संस्कार नहीं हो पाया था, क्योंकि कुछ स्थानीय लोगों द्वारा 1999 में बने कब्रिस्तान के उचित रखरखाव की मांग की जा रही थी। उनका दावा था कि इससे होने वाला रिसाव आसपास के कुएं और जलधाराओं को प्रदूषित करता है।
उन्होंने केरल उच्च न्यायालय के आदेशों का हवाला देते हुए कहा कि कब्रिस्तान का प्रयोग उचित नवीनीकरण के बाद ही होगा।
एक स्थानीय नागरिक ने कहा, “यहां 28 परिवार रहते हैं और 2014 के बाद होने वाला यह पहला अंतिम संस्कार है। हम डर में जीते आ रहे हैं। कब्रिस्तान की वजह से हमारा कुआं दूषित हो चुका है। इसके पूर्व इस कब्रिस्तान का प्रयोग कई चर्चो द्वारा किया गया। लेकिन अब नहीं। अब सिर्फ चर्च के सदस्यों का शव ही यहां दफनाया जाएगा।”
आईएएनएस से बात करते हुए जॉन सी. चाको, चर्च के पैरिश विक्कर ने कहा कि उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुसार, कब्रिस्तान का नवीनीकरण किया गया है।
अन्नम्मा के पोते राहुल ने राहत की सांस लेते हुए कहा कि आखिरकार परीक्षा खत्म हुई।