भारत और श्रीलंका

भारत और श्रीलंका के बीच चल रही टेस्ट सीरीज के तीसरे टेस्ट का पहला दिन समाप्त हो चूका है, जहाँ भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी का निर्णय लिया। फिरोजशाह कोटला मैदान में लिए गए इस फैसले को सही साबित करने उतरी टीम इंडिया की शुरुवात ख़राब रही लेकिन वह कहते है ना “आरम्भ भले ही कैसा हो, लेकिन अंत अच्छा होना चाहिए” और ठीक ऐसा ही मैदान में देखने को भी मिला। भारत की पारी को सँभालते हुए सलामी बल्लेबाज़ मुरली विजय और बाद में उनका साथ देने आए भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टेस्ट मैच के पहले दिन को भारतीय टीम के नाम लिख दिया।

आपको बता दें भारत का पहला विकेट शिखर धवन के रूप में 48 रन पर ही गिर गया था, और बाद में चेतेश्वर पुजारा को भी जाने में अधिक समय नहीं लगा, उसके बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली और सलामी बल्लेबाज़ मुरली विजय ने भारत की लड़खड़ाई हुई पारी को सँभालते हुए और दिशा दिखते हुए कुछ समय बाद दशा ही बदल दी। भारत का दूसरा विकेट 78 रन पर गिरा था जिसके बाद तीसरा विकेट मुरली विजय के रूप में 361 पर जाके गिरा है, जिससे अनुमान लगाया जा सकता है कि मैदान पर किस प्रकार की बल्लेबाज़ का प्रदर्शन हुआ है।

दोनों बल्लेबाज़ों ने शतक जड़ते हुए टीम को एक ऐसी स्तिथि पर ला खड़ा किया है कि अब जीत के लिए श्रीलंका को अपनी जी-जान लगानी होगी, दिन के समाप्त होने पर भारतीय टीम का स्कोर 371-4 (90) है। टेस्ट के पहले दिन काफी रिकार्ड्स बने जैसे भारतीय कप्तान का टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन पूरे करना, अंतरास्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज़ 16000 रन बनाना, पहला कप्तान जिसने दो बार लगातार तीन परियों में शतक जड़े और हां अपने करियर का 52वां शतक जड़ना।

विराट कोहली और विजय के बीच में तीसरे विकेट के लिए 283 रन की साझेदारी हुई, जिसे अंत में गेंदबाज़ लक्षण संदकं ने तोड़ा और मुरली विजय को अपना शिकार बनाया। परन्तु आउट होने से पहले विजय 155 रनों की पारी खेल चुके थे। विराट कोहली अब भी क्रीज़ पर 156 रन बनाकर नाबाद है और उनके साथ रोहित शर्मा (06) खेल रहें है।

आज भारतीय बल्लेबाज़ों द्वारा श्रीलंकाई गेंदबाज़ों की काफी धुलाई देखने को मिली, लक्षण संदकं ने तो अपना शतक भी पूरा कर लिए है, लेकिन श्रीलंका के लिए सबसे सफल भी आज वही रहें है, जिन्होंने रहाणे और विजय को आउट किया। इसके अलावा दिलरुवां पेरेरा और लाहिरू गमागे को भी 1-1 विकेट मिला है।