सऊदी अरब (Saudi Arabia) की रक्षा सेना ने सोमवार को यमन (Yemen) में हौथी विद्रोहियों द्वारा दागे गए दो ड्रोनों को शिनाख्त किया था। ईरान समर्थित चरमपंथियों ने सल्तनत पर हमलो को तीव्र कर दिया है। ड्रोन ने सल्तनत के दक्षिण में स्थित खमिस मुशैट पर निशाना साधा गया था, हालाँकि इसमें कोई हताहत या क्षति नहीं हुई थी।
यमन में सऊदी के नेतृत्व में लड़ रहे गठबंधन ने आधिकारिक सऊदी की प्रेस एजेंसी में यह सूचना जारी की है। विद्रोहियों ने कहा कि “उन्होंने खमिस मुशैट के नजदीक किंग खालिद एयरबेस पर निशाना साधा था।” हाल ही में एसपीए ने रिपोर्ट में कहा कि गठबंधन ने उत्तरी यमन प्रान्त के हज्जाह में हौथी के ठिकानो पर हमलो को तेज़ कर दिया है।
अमेरिका, सऊदी अरब और शिया ताकत ईरान के बीच तनाव बढ़ा हुआ है इसके कारण विद्रोहियों में सल्तनत पर ड्रोन और मिसाइल हमले को काफी बढ़ा दिया है। बीते माह, सऊदी की वायुसेना ने हौथी विद्रोहियों द्वारा बम से तैनात ड्रोन को गिरा दिया था जिसने जीज़न एयरपोर्ट पर हमला कर रहा था जो यमन के दक्षिणी बॉर्डर से काफी नजदीक है।
हज़ारो नागरिक रोजाना एयरपोर्ट का इस्तेमाल करते थे, लेकिन गठबंधन ने हताहत की रिपोर्ट नहीं दी है और विद्रोहियों ने सख्त प्रतिक्रिया से चेतावनी दी थी। सऊदी गठबंधन ने यमन में मार्च 2015 में दखलंदाज़ी की थी और हौथी विद्रोहियों को उखाड़ने का प्रयास किया था। राजधानी सना विद्रोहियों के नियंत्रण है।
इस संघर्ष से हज़ारो नागरिकों ने अपनी जिंदगी गंवाई है और इसमें अधिकतर नागरिक थे। संयुक्त राष्ट्र ने यमन के हालातो को मानवीय तबाही करार दिया था। 2.41 करोड़ यानी दो-तिहाई लोगो को यमन में सहायता की जरुरत है।