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    ममता बनर्जी ने विपक्ष को आगामी राष्ट्रपति चुनाव से पहले बुलाया एक साथ

    कोलकाता, 11 जून (आईएएनएस)| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता के हेयर स्कूल में ईश्वरचंद्र विद्यासागर की आवक्ष-प्रतिमा का अनावरण किया।

    19वीं सदी के समाज सुधारक विद्यासागर की एक अन्य आवक्ष-प्रतिमा को 28 दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह के रोड शो के दौरान शहर के एक कॉलेज में तोड़ दिया गया था।

    ममता बनर्जी को पश्चिम बंगाल उच्च शिक्षा और स्कूल शिक्षा विभाग के साथ-साथ विद्यासागर द्विशतवार्षिक समारोह समिति द्वारा आमंत्रित किया गया था। ममता बनर्जी ने बंगाल के मंत्रियों, बुद्धिजीवियों, शिक्षकों और छात्रों की उपस्थिति में प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की।

    आवक्ष-प्रतिमा को विधान सरणी स्थित विद्यासागर कॉलेज में फिर स्थापना के लिए ले जाया जाएगा, जहां 14 मई को प्रतिमा तोड़े जाने की घटना हुई थी।

    तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने विभिन्न क्षेत्रों के मशहूर हस्तियों, अभिनेताओं और गणमान्य लोगों के साथ रंगारंग जुलूस में भाग लिया। इस दौरान सैकड़ों लोग एकत्र हुए और उल्लासित होकर ‘बंगाल का प्रतीक, बंगाल का गौरव’ जैसे नारे लगाए।

    फाइबर ग्लास की बनी आवक्ष-प्रतिमा को उसी जगह पर स्थापित कर दिया जाएगा, जहां पहले पुरानी प्रतिमा थी।

    हेयर स्कूल में सभा के दौरान ममता बनर्जी ने विद्यासागर की आवक्ष-प्रतिमा को तोड़े जाने को ‘बंगाल की संस्कृति व परंपरा पर हमला’ बताया और भगवा पार्टी पर ‘बंगाल को गुजरात’ में बदलने की कोशिश का आरोप लगाया।

    उन्होंने कहा, “रैली अमित शाह द्वारा निकाली गई थी। वह अब देश के गृहमंत्री हैं। तोड़-फोड़ की इजाजत क्यों दी गई? उनके लोगों ने प्रतिमा क्यों तोड़ी? हमारे पास सभी सबूत हैं। फिर भी वे झूठ बोल रहे हैं।”

    तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने कहा, “विद्यासागर की आवक्ष-प्रतिमा को तोड़कर, उनके कार्य को नष्ट नहीं किया जा सकता। राजा राममोहन राय की आलोचना करके वे बंगाल की संस्कृति को नष्ट नहीं कर सकते। लेकिन हमें यह समझना चाहिए कि यह हमारी संस्कृति, हमारे विजन, हमारे इतिहास पर एक सुनियोजित हमला है। यह बंगाल को नष्ट करने व इसे गुजरात में बदलने की साजिश है। यह बंगाल के साहित्य और इतिहास को खत्म करने की साजिश है।”

    उन्होंने कॉलेज में एक संग्रहालय बनाने के लिए 50 लाख रुपये की घोषणा की और कहा कि विद्यासागर के पश्चिम मिदनापुर जिले के बिरसिंघा गांव में उनके निवास को जल्द ही राज्य सरकार द्वारा ‘विरासत भवन’ घोषित किया जाएगा।

    ममता बनर्जी ने यह भी घोषणा की कि क्षेत्र में विद्यासागर सहित बंगाल के चार प्रतिष्ठित व्यक्तियों की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी।

    उन्होंने कहा, “हम अपने चार आइकन- विद्यासागर, रवींद्रनाथ टैगोर, आशुतोष मुखोपाध्याय और काजी नजरुल इस्लाम की पूर्ण प्रतिमाओं का निर्माण करवा रहे हैं।”

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।

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