यह जोड़ी इस समय विश्वकप पर बल्लेबाजो पर हावी है लेकिन कुलदीप यादव का मानना है कि उन्हें अभी भी अपने सीनियर पार्टनर युजवेंद्र चहल से बहुत कुछ सीखना है।
एक बेकार आईपीएल सत्र गुजरने के बाद, कुलदीप यादव ने दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ विश्वकप के पहले मैच में शानदार गेंदबाजी करते हुए अच्छी वापसी की है, जहा उन्होने जेपी डुमिनी का विकेट लिया और चहल के टेंडम में शानदार गेंदबाजी की।
जब उनसे पूछा गया चहल से आप क्या सीखे है कुलदीप ने कहा, ” वह मेरे से ज्यादा अनुभवी है। उनके पास प्रत्येक बल्लेबाज को गेंदबाजी करने का अच्छा आइडिया रहता है और मैं उनसे सीख रहा हूं।
बाएं हाथ के स्पिनर ने आगे कहा, ” मुझे अच्छा लग रहा थी जिस प्रकार से गेंद मेरे हाथो में थी। चहल और मैं दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ अपनी योजनाओ को सही से लागू करने में सफल रहे। हम मिडल-ओवर में रनो का बहाव भी देख रहे थे और विकेट लेने की कोशिश कर रहे थे।”
उन्होने केकेआर के लिए इस सीजन में खेलते हुए 9 मैचो में केवल 4 विकेट मिले लेकिन उसके बाद वह अपने बचपन के कोच कपिल देव पांडे के साथ विश्वकप से पहले अभ्यास में लग गए थे।
चाइनामैन गेंदबाज ने कहा, ” टी-20 मैच एकदिवसीय मैचो से अलग होते है और जैसे ही आईपीएल खत्म हुआ मैं अपने बचपन के कोच के साथ अभ्यास के लिए गया और उन्होने मेरी सारी परेशानिया दूर की। मुझे अपने आधार पर दोबारा काम करने की जरुरत थी।”
जैसे की बाउंस कुलदीप का एक प्रहार है तो वह अपनी पेस पर ज्यादा काम कर रहे थे।
कुलदीप ने कहा, ” मैं बड़े इवेंट में अपने सर्वश्रेष्ठ के साथ जाना चाहता था और मैंने अपनी विविधताओ में पेस को घोला है। इंग्लैंड में पिचे सपाट होती है तो वह पिच से कोई ज्यादा मदद नही मिलती है। तो मैं अपनी गेंदो में थोड़ा पेस चाहता था और इसे विविधताओ के साथ उपयोग करना चाहता था।”