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    मुकेश अंबानी भारत

    भारत के सबसे अमीर आदमी और बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी ने कल हिंदुस्तान टाइम्स द्वारा आयोजित कार्यकर्म में शिरकत की। इस दौरान अंबानी ने तकनीक, बेहतर शिक्षा, कंप्यूटिंग, कृत्रिम बुधिमत्ता और कई ऐसे विषयों पर चर्चा की, जो उनके मुताबिक भारत को अगली सर्वशक्ति बनाने में मदद करेंगे।

    अंबानी ने कहा कि उन्होंने साल 2004 में यह भविष्यवाणी की थी, कि साल 2024 तक भारत 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा कि अब लगता है कि यह आंकड़ा उससे बहुत पहले ही पा लिया जाएगा। अंबानी ने कहा कि अब वे एक नयी भविष्यवाणी करना चाहते हैं, जिसपर उन्होंने कहा कि इस सदी के मध्य तक यानी साल 2050 तक भारत चीन से शक्तिशाली देश बन जाएगा और विश्व में भारत के अविष्कारों और तकनीक की मांग होगी।

    इस सपने को सच करने के लिए, अंबानी ने कहा, भारत को इंटरनेट और अन्य जरूरी तकनीकियों से जुड़ना होगा। इसके अलावा अंबानी ने इस सपने को पूरा करने के लिए तीन अहम् कारण भी बताये थे। इसमें उन्होंने बताया कि भारत एक युवा देश है, जिसमे 63 फीसदी लोगों की उम्र 35 साल से कम है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि भारत एक नयी सदी में उभर रहा है और हम सीधे नयी तकनीक को अपना सकते हैं। उदाहरण के तौर पर भारत में कंप्यूटर इंटरनेट को छोड़कर भारतीयों ने सीधे मोबाइल इंटरनेट को अपना लिया है।

    अंबानी ने इसके बाद इंटरनेट कनेक्टिविटी पर बात करते हुए कहा कि सिर्फ दो साल पहले मोबाइल इंटरनेट कनेक्टिविटी के मामले में भारत विश्व में 150वे स्थान पर था। सिर्फ दो सालों में भारत पहले स्थान पर काबिज हो गया है। जाहिर है इसमें बड़ी भूमिका रिलायंस जिओ के आने से हुई है, जिसने सिर्फ एक साल के समय में करीबन 13 करोड़ लोगों को अपने से जोड़ लिया है।

    अपने पुरे भाषण में अंबानी ने डिजिटल पर काफी जोर दिया। अंबानी ने कहा कि हमें हमारे युवाओं को डिजिटल दुनिया के बारे में ज्ञान देना होगा, जिससे भारत की अगली पीढ़ी विश्व के साथ चल सके और विश्व का नेत्र्तव भी कर सके।

    इसके बाद अंबानी ने शिक्षा, स्वास्थ्य और खेती के क्षेत्र पर बात की। शिक्षा के मुद्दे पर अंबानी ने कहा कि अभी भी भारतियों को उत्तम शिस्खा नहीं मिल रही है, ऐसे में यह देश के लिए बड़ी चुनौती है। हालाँकि, उन्होंने कहा, कि शिक्षा को डिजिटल दुनिया से जोड़कर हम सब तक बेहतर शिक्षा पहुंचा सकते है। उन्होंने कहा कि देश के हर कोने में इंटरनेट के जरिये शिक्षा के विभिन्न साधनों को पहुँचाया जा सकता है।

    स्वास्थ्य के मामले में मुकेश अंबानी के कहा कि डिजिटल बुधिमत्ता के इस्तेमाल करके हम सस्ती कीमत पर हर बिमारी का इलाज निकल सकते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ भारत में ही बल्कि पुरे विश्व में लोगों को अच्छे इलाज के लिए संघर्ष करना पड़ता है। ऐसे में अंबानी का मानना है कि भारत ना सिर्फ देश में स्वास्थ्य प्रणाली को बेहतर बना सकता है, बल्कि पुरे विश्व के लिए एक मिसाल साबित हो सकता है।

    इसके बाद अंबानी ने कृषि के क्षेत्र को बेहतर बनाने की बात कही। अंबानी ने कहा कि कृषि एक ऐसा क्षेत्र में जिसमे अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि तकनीक की मदद से हम ना सिर्फ सभी भारतवासियों को भोजन प्रदान कर सकते हैं, बल्कि पुरे विश्व में इसका निर्यात किया जा सकता है। अंबानी ने कहा कि साधारण किसान को डिजिटल तकनीक से जोड़ना चाहिए जिससे उसतक सरल और प्रभावी विकल्प पहुंचाया जा सके।

    अंबानी ने इस दौरान भारत की विश्व के अन्य महान देशों से भी तुलना की। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार अमेरिका औद्योगिक क्रांति और इन्टरनेट के बलबूते पर विश्वशक्ति बना था और जिस प्रकार इंटरनेट और निर्माण क्षमता की सहायता से चीन विश्व का निर्माण केंद्र बना था, ठीक उसी तरह भारत कंप्यूटिंग बुधिमत्ता की सहायता से विश्व की अगली बड़ी शक्ति बन सकता है।

    मुकेश अंबानी ने इस दौरान कहा कि इस सदी के अंत तक भारत विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उनका कहना है कि देश के युवाओं में वह क्षमता है जो देश को वहां पहुंचा सके।

    मुकेश अंबानी ने अपनी कंपनी रिलायंस जिओ के अहम् योगदान की भी चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस प्रकार जिओ के आने से इन्टरनेट के मामले में भारत सबसे आगे पहुँच गया है। उन्होंने यह भी कहा कि बहुत जल्द रिलायंस कृषि के क्षेत्र में भी कदम रख सकता है। अंबानी ने बताया कि कृषि एक कथिक क्षेत्र है, लेकिन इसमें संभावनाएं अपार हैं।

    उन्होंने इसके अलावा बताया कि किस तरह जिओ शिक्षा के क्षेत्र में लोगों को मदद पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा कि हम इन्टरनेट के माध्यम से देश के हर कोने को जोड़ सकते हैं, जिससे लोगों तक शिक्षा का माध्यम पहुँच सके।

    By पंकज सिंह चौहान

    पंकज दा इंडियन वायर के मुख्य संपादक हैं। वे राजनीति, व्यापार समेत कई क्षेत्रों के बारे में लिखते हैं।