खेल मंत्री किरण रिजिजू ने शुक्रवार को कहा की बीसीसीआई को ग्लव्स विवाद में एमएस धोनी के साथ खड़े रहना चाहिए क्योंकि इसका राजनीति से कोई लेना देना नही है।
उन्होने संवाददाताओ से कहा, ” मुझे उम्मीद है कि बीसीसीआई इस मुद्दे पर आईसीसी से बात करेगी और इसे सुलझाएगी। एमएस धोनी की पहचान हमारे देश की पहचान है और यह राजनीति नही है। तो, इसलिए बीसीसाीआई को एमएस धोनी के साथ खड़े रहना चाहिए।”
रिजिजू ने कहा की सरकास खेल के इस मामले कोई दखल नही देना चाहती। बीसीसीआई या कोई अन्य स्पोर्ट्स फेडरेशन, वे स्वायत्त हैं और वे स्वतंत्र रूप से अपने मामले चलाते हैं।
उन्होंने कहा, “मैं एक बात साफ कह देना चाहता हूं कि सरकार खेल संघों के मामले दखल नहीं देगी। बीसीसीआई या कोई और संघ, वो स्वतंत्र हैं और अपना काम स्वतंत्र रूप से कर रही हैं।”
बुधवार को, भारत ने जब दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ अपने विश्वकप अभियान की शुरुआत की, धोनी ने एक बार फिर सशस्त्र बल के लिए अपना प्यार दिखाया था। अनुभवी खिलाड़ी जो इस समय अपना चौथा और अंतिम विश्वकप खेल रहा है, उन्होने मैच के दौरान अपने विकेटकीपिंग दस्ताने पर बलिदान बैज लगा रखा था जो कि इंडियन पैरा स्पेशल फोर्स का एक चिह्न है।
रिजिजू ने बीसीसीआई से भी आग्रह किया कि वे लोगों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए अपने विचार सामने रखें।
रिजिजू ने कहा, ” यह घटना विश्वकप के दौरान घटी थी और यह देश की प्रतिष्ठा से जुड़ा एक मामला है, मैं कहना चाहूंगा की बीसीसीआई से इस मुद्दो के ऊपर आईसीसी से बात करे और लोगो की भावनाओं को स्पष्ट करे, जिससे वह अपनी प्रतिक्रियाएं सामने रख सके।”
प्रशासकों की समिति (सीओए) ने आईसीसी से अपील की है कि वह धोनी को अपने दस्तानों पर सेना के चिन्ह का उपयोग करने दें।