खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने यह स्पष्ट कर दिया है कि कोई भी सक्रिय खिलाड़ी खेल राष्ट्रीय पर्यवेक्षक का पद नहीं ग्रहण कर सकता है, जिसके बाद पांच बार विश्व चैंपियन एम.सी. मैरी कॉम ने भारतीय मुक्केबाज राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के रूप में इस्तीफा दे दिया है। मैरी कॉम का कहना है कि “मैंने कभी यह पद नहीं माँगा था बल्कि मुझे यह पद स्वीकार करने के लिए आग्रह किया गया था”। आपको बता दें पिछले महीने ही पांचवी एशियाई चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतने वाली मैरी कॉम ने कहा कि “मैने दस दिन पहले ही खेलमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर से बात करने के बाद राष्ट्रीय पर्यवेक्षक के पद से इस्तीफा दे दिया है”।
गौरतलब है कि मैरी कॉम ने इस इस्तीफे से जुड़े विवाद के विषय में कहा कि “मैंने उस समय भी स्पोर्ट्स सेक्रेटरी इंजेती श्रीनिवास से सक्रिय खिलाड़ियों के राष्ट्रीय पर्यवेक्षक बनाने के नियम के विषय में पूछा था, लेकिन मुझे बस पद को स्वीकार करने के लिए कहा गया” उन्होंने आगे कहा कि “मैंने मंत्रालय के आग्रह पर ऐसा किया और मैं उन चीजों के बारे में अनावश्यक विवाद नहीं चाहती जिसके लिए मैंने आग्रह नहीं किया था “।
आपको बता दें 35 वर्षीय ओलंपिक कांस्य पदक विजेता मैरी कॉम मार्च में तत्कालीन खेल मंत्री विजय गोयल द्वारा नियुक्त किए गए 12 राष्ट्रीय पर्यवेक्षकों में से एक थी। इस सूची में ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा, दौहरे ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार और राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता अखिल कुमार के अलावा अन्य खिलाडी भी शामिल हैं।