जसप्रीत बुमराह, जो विश्वकप का बुधवार को अपना पहला मैच खेल रहे थे उन्होने टीम को दक्षिण-अफ्रीका के खिलाफ 6 विकेट से मैच जितवाने में अहम भूमिका निभाई है। दक्षिण-अफ्रीका की पहले बल्लेबाजी का फैसले लेने के बाद, बुमराह ने अपनी घातक गेंदबाज से क्विंटन डी कॉक और हाशिम आमला को शुरुआती ओवरो में चलता किया। उन्होने अपने शुरआती स्पेल में 5 ओवर गेंदबाजी करते हुए 13 रन देकर 2 विकेट चटकाए।
उसके बाद बुमराह को अफ्रीकी पारी के अंत तक कोई विकेट नही मिला और उन्होने 10 ओवर में 35 रन देकर 2 विकेट चटकाए। अफ्रीका की टीम शुरुआती झटको से उभरने की कोशिश ही कर रही थी इतने में युजवेंद्र चहल गेंदबाजी करने आए और टीम के मध्य-क्रम को ध्वस्त कर दिया और उनकी टीम केवल 227 रन ही बना सकी।बुमराह से पूछा गया था कि क्या इससे अच्छा विश्वकप का डेब्यू करने का कोई और तरीका हो सकता है तो पेसर ने जबाव दिया टीम को पहले मैच में जीत दर्ज करवाने से अच्छा कोई और तरीका नही है। उनके 10 ओवर का स्पेल अबतक का सबसे अच्छा स्पेल रहा है, जिसमें सबसे कम रन गए है।
बुमराह ने कहा, ” मैं यह नही सोच रहा था कि यह विश्वकप का मेरा पहला मैच है, मैं केवल यह सोच रहा था कि यह क्रिकेट को सामान्य मैच है। मैं केवल उस पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहा था जो मैं हमेशा करता हूं। यह अच्छा था कि मुझे पिच से थोड़ी बहुत मदद मिली थी। जब आपको थोड़ी मदद मिलती है तो आपको ज्यादा कुछ करने की जरुरत नही होती है। मैं केवल अच्छी लेंथ की गेंद फेंकने की कोशिश कर रहा था और अपनी इस रणनीति पर काम कर रहा था।”
“हम केवल अपनी मजबूती के बारे में सोच रहे थे और हम एक गेंदबाजी इकाई के रुप में किस प्रकार काम करते है इसे बारे में। पिच से थोड़ी मदद मिली, तो इसे हमने एक फायदे के तौर पर लिया।”
” आप एक टीम के रुप में हमेशा टूर्नामेंट का आगाज अच्छा करना चाहते है। जब आप ऐसा करते है, तो यह टीम के लिए एक सकारात्मक होता है, और आप कैच-अप के लिए नही खेलते है। अगर शुरुआत धीमी हो, तो आप हमेशा कैचिंग-अप करते है, लेकिन हमने अच्छी तैयारी की थी और हम अपनी शुरुआत से संतुष्ट है।”