सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त की गई प्रशासन समिति (COA) अब भारतीय क्रिकेट के आगामी दौरों, खिलाड़ियों से जुड़ी प्रत्येक समस्याओं पर फैसला ले सकती है, और हां यदि इसमें बीसीसीआई कोई हस्तक्षेप करती है तो मामला सीधा फिर सुप्रीम कोर्ट में जाएगा। गौरतलब है कि जनवरी में भारत के दक्षिण अफ्रीका दौरे से पहले “प्रशासन समिति” नए “एफ़टीपी”(फ्यूचर टूर प्रोग्राम) और खिलाडियों के लिए मुआवजा पैकेज की घोषणा करना चाहती है। प्रशासन समिति के अध्यक्ष विनोद रॉय ने इन सभी मसलों को लेकर भारतीय कप्तान विराट कोहली, कोच रवि शास्त्री और पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से मुलाकात भी की है।
विनोद रॉय का कहना है कि “हमने इस विषय पर पूर्व कोच अनिल कुंबले के मॉडल पर काम किया है, थोड़े बदलाव के साथ और टीम प्रबंधन से भी सुझाव लिया गया है। अब हमें बीसीसीआई के वार्षिक राजस्व को देखना है कि उस पर किस तरह काम किया जा सकता है। हम इस बारें में लगभग एक सप्ताह तक काम करेंगे और उम्मीद है कि भारतीय टीम के दक्षिण अफ्रीका जाने से पहले हम अपने निष्कर्ष तक पहुंच जायेंगे। हम एफ़टीपी और मुआवजा पैकेज दोनों की घोषणा करेंगे”।
आपको बता दें भारतीय कप्तान विराट कोहली बिना कोई विश्राम किये लगातार क्रिकेट खेलने को लेकर अपनी नाराज़गी जाता चुकें है। जिस पर विचार करते हुए प्रशासन समिति का कहना है कि “हम एक “एफ़टीपी” लाने वाले है जिसके तहत टीम इंटरनेशनल क्रिकेट परिषद द्वारा आयोजित खेलों के अलावा सिर्फ वर्ष में अधिक से अधिक 90 दिन ही क्रिकेट खेलेगी”। समिति का यह भी कहना है कि “हम ध्यान रखेंगे कि टीम को एक श्रृंखला के बाद कुछ समय तक का विश्राम मिले दूसरी श्रृंखला आरम्भ करने से पहले”।