बीजिंग, 3 जून (आईएएनएस)| जर्मन सरकार के निमंत्रण पर चीनी उपराष्ट्रपति वांग छिशान ने 30 मई से 2 जून तक जर्मनी की यात्रा की। बर्लिन में उन्होंने अलग-अलग तौर पर जर्मन राष्ट्रपति, जर्मन चांसलर और जर्मन विदेश मंत्री से वार्ताएं कीं।
जर्मन राष्ट्रपति फ्ऱेन्क वॉल्तर स्तेनमिएर से मुलाकात में वांग छिशान ने कहा कि विश्व की प्रमुख आर्थिक इकाई और अहम प्रभाव वाले बड़े देश होने के नाते दोनों देशों के संबंधों का वैश्विक अर्थ होता है। हाल के वर्षो में दोनों देशों के बीच उच्चस्तरीय आदान-प्रदान घनिष्ठ होने के साथ-साथ विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग निरंतर गहरा होता रहा है।
उन्होंने कहा कि वे आशा करते हैं कि वर्तमान यात्रा से चीन-जर्मनी व्यापक सामरिक साझेदारी संबंधों का नया विकास होगा। दोनों के बीच सहयोग गहरा होने से विश्व में और स्थिरता आएगी, वैश्विक प्रशासन को बढ़ावा देने से बहुपक्षीयवाद की रक्षा करने की शक्ति मजबूत होगी।
जर्मन चांसलर एंजला मर्केल से मुलाकात में वांग छिशान ने कहा कि चीन शांतिपूर्ण विकास पर कायम रहता है और खुलेपन का विस्तार करता रहा है। चीन का विकास विश्व से अलग नहीं हो सकता, जबकि विश्व का विकास भी चीनी जनता से अलग नहीं हो सकता। चीन यह पक्ष लेता है कि विभिन्न देश मानवीय साझेदारी वाले समुदाय की समान रचना करें। चीन अपने कार्य को अच्छी तरह अंजाम देता है।
उन्होंने कहा कि जटिल अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण के मद्देनजर चीन शांतिपूर्ण ढंग से मुकाबला करेगा। चीन हमेशा ही सामरिक ऊंचाई और दीर्घकालीन दृष्टिकोण से यूरोप को देखता है, यूरोपीय एकीकरण का दृढ़ समर्थन करता है। चीन यूरोप का स्थिर और विश्वसनीय साझेदार बन सकता है, जो समानता से बातचीत कर सकता है।
मुलाकात में मर्केल ने कहा कि जर्मनी चीन के आर्थिक निर्माण में प्राप्त भारी उपलब्धियों की सराहना करता है। विश्वास है कि चीन अवश्य ही समय पर गरीबी उन्मूलन और खुशहाल समाज के निर्माण के महान लक्ष्य को साकार कर सकेगा। जर्मनी चीन के साथ संपर्क, आदान-प्रदान व सहयोग को मजबूत करना चाहता है और चीन के साथ अंतर्राष्ट्रीय प्रशासन व्यवस्था को परिपूर्ण बनाना चाहता है।
जर्मन विदेश मंत्री हेइको मास से मुलाकात में वांग छिशान ने कहा कि बहुपक्षीयवाद और स्वतंत्र व्यापार की रक्षा करने, वैश्विक प्रशासन को परिपूर्ण करने और विश्व शांति को आगे बढ़ाने आदि क्षेत्रों में चीन और जर्मनी के समान हित हैं। दोनों देशों को विभिन्न क्षेत्रों की आवाजाही को प्रोत्साहित कर जनता के बीच मैत्री के आधार को मजबूत करना चाहिए, ताकि विश्व में और अधिक सकारात्मक ऊर्जा का संचार हो।